Move to Jagran APP

West Bengal Politics: अधीर रंजन चौधरी ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी के साथ साझा खेला कर रही हैं ममता बनर्जी

West Bengal Politicsअधीर चौधरी ने कहा इसमें कोई संदेह नहीं है कि दीदी और मोदी के बीच आज कल गुप्त समझौता चल रहा है। अपनी पार्टी के नेताओं को सीबीआई और ईडी से बचाने के लिए उन्होंने मोदी जी के सामने सिर झुका लिया है। कुछ तो समझौता जरूर है।

By Priti JhaEdited By: Published: Thu, 07 Oct 2021 08:55 AM (IST)Updated: Thu, 07 Oct 2021 10:08 AM (IST)
West Bengal Politics: अधीर रंजन चौधरी ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी के साथ साझा खेला कर रही हैं ममता बनर्जी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। केवल तृणमूल को ही लखीमपुर में क्यों जाने दिया गया, इस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने सवाल उठाये हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी साझा खेला कर रही हैं। अधीर चौधरी ने कहा, ‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि दीदी और मोदी के बीच आज कल गुप्त समझौता चल रहा है। अपनी पार्टी के नेताओं को सीबीआई और ईडी से बचाने के लिए उन्होंने मोदी जी के सामने सिर झुका लिया है। कुछ तो समझौता जरूर है।’

loksabha election banner

यूपी में प्रियंका गांधी वाड्रा को हिरासत में लिये जाने की निंदा करते हुए अधीर ने कहा, ‘मुझे अब भी विश्वास है कि कुछ तो राजनीतिक सौजन्यता होनी चाहिये। हालांकि ये दुर्भाग्य की बात है कि यूपी में प्रियंका जी को हिरासत में लिये जाने पर ममता बन​र्जी का एक लाइन का बयान भी सामने नहीं आया।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी मुख्यमंत्री एक महिला हैं और प्रियंका जी के मामले में उनकी चुप्पी नये राजनीतिक समीकरणों की ओर इशारा करती हैं।’ भवानीपुर के उपचुनाव में कोई उम्मीदवार नहीं दिये जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा, ‘ये राजनीतिक सौजन्यता है और उनसे भी हम ये ही उम्मीद करते थे। पीएम मोदी और ममता बनर्जी दोनों साझा खेला खेल रहे हैं।’

इस बीच यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मीडिया को कहा कि लखीमपुर खेरी में जाने के लिए तृणमूल नेताओं को कोई अनुमति नहीं दी गयी थी। वहीं दोपहर बाद यूपी सरकार ने राहुल गांधी, भूपेश बाघेल और चरणजीत चन्नी समेत कांग्रेस नेताओं को लखीमपुर जाने की अनुमति दी।

राजनीतिक हिंसा में मौत होने पर राज्य सरकार की व्यर्थता : दिलीप घोष

राज्य में चुनाव बाद हिंसा में मौतें क्यों नहीं रोकी जा रही ? बंगाल में हिंसा राेकने के लिए पुलिस या प्रशासन द्वारा कोई कदम क्यों नहीं उठाया जा रहा है ? बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने बेलदा में आयोजित एक कार्यक्रम में उक्त बातें कही। बेलदा के खाकुड़दा में लगभग 200 बाढ़ पीड़ितों को दिलीप घोष ने तिरपाल दिये। उन्होंने कहा, ‘राजनीतिक हिंसा में मौत होने पर ये ममता सरकार की व्यर्थता है। सीबीआई की जांच के समय ममता बनर्जी ने कहा था कि उनकी पार्टी के 16 कार्यकर्ताओं की मौत भाजपा के हाथों हुई है। अगर ऐसा हुआ है तो पुलिस ने इस पर कोई कदम क्यों नहीं उठाया ? हिंसा में किसी की मौत होने पर चाहे वह किसी भी पार्टी का क्यों ना हो, दोषियों को सजा मिलनी चाहिये।’

उन्होंने सवाल किया, ‘क्यों हिंसा बंद नहीं हो रही ? हिंसा में किसी की मौत होने पर ये तृणमूल सरकार की व्यर्थता है।’ दिलीप घोष ने कहा, ‘हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पीटकर उनके हाथ – पैर तोड़ दिये गये, उन्हें गांव छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। मुख्यमंत्री कहती हैं कि 6 लाख तिरपाल बांटे गये हैं, नहीं पता ये सब कहां गये। 5 लाख लोगों को हटाया गया है, लेकिन लोग तो अपने घरों में ही हैं।’ 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.