बैरंग लौटे अधीर, आमडागा में नहीं घुसने दिया गया कांग्रेसियों को
अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शनिवार को प्रदेश काग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी आमडागा की स्थिति का मुआयना करने पहुंचे थे, लेकिन उन्हें वहा नहीं घुसने दिया गया।
संवाद सूत्र, बैरकपुर : अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शनिवार को प्रदेश काग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी आमडागा की स्थिति का मुआयना करने पहुंचे थे, लेकिन उन्हें वहा नहीं घुसने दिया गया।
काग्रेस के आमडागा अभियान को लेकर एनएच-34 पर पुलिस का भारी बंदोबस्त किया गया था। रैफ व कांबैट फोर्स के जवानों को भी वहा तैनात रखा गया था। आमडागा की ओर बढ़ रहे काग्रेसियों के जुलूस को संतोषपुर मोड़ पर पुलिस ने रोक दिया। वहा पुलिस के साथ उनकी कहासुनी और उसके बाद धक्का-मुक्की हुई। रोके जाने से नाराज काग्रेसियों ने सड़क पर बैठ कर एनएच-34 अवरुद्ध करने का प्रयास किया पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। तीन सितम्बर को वाममोर्चा के आमडागा अभियान को भी पुलिस ने इसी तरीके से रोक दिया था जबकि 6 सितम्बर को तृणमूल कांग्रेस सासद अभिषेक बंद्योपाद्याय के नेतृत्व में आमडागा में तृणमूल की सभा हुई थी। इस पर प्रदेश काग्रेस अध्यक्ष ने कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि 'राजपुत्र' की सेवा नही करने पर पुलिस की नौकरी चली जाएगी, इसलिए उन्हें (अभिषेक बंद्योपाद्याय) सभा करने दी गई। हम राजपुत्र नही बल्कि जनता के सेवक हैं इसलिए हमें रोक दिया गया। अधीर ने कहा कि आमडागा में नागरिकों के अधिकारों का हनन हो रहा है। काग्रेसियों को झूठे मामलों में गिरफ्तार किया जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में वे आमडागा के जमीनी हकीकत की जानकारी लेना चाहते थे लेकिन उन्हें धारा 144 का हवाला देकर और उनके वहा जाने पर शाति प्रक्रिया प्रभावित होने के बहाने रोक दिया गया जबकि एक सासद को कही आने-जाने से रोकने का अधिकार पुलिस को नहीं है।