नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार कोलकाता महिलाओं के लिए देश का सबसे सुरक्षित शहर, जानिए कैसे?
उपलब्धि-सिटी ऑफ ज्वाय को नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो से मिला है यह तमगा। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक 2019 में देश के 19 मेट्रो शहरों में कोलकाता में महिलाओं पर अपराध के मामले सबसे कम दर्ज हुए हैं। सूची में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली शीर्ष पर।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : 'सिटी ऑफ ज्वाय' ने अपने नाम एक और उपलब्धि दर्ज की है। कोलकाता को महिलाओं के लिए देश का सबसे सुरक्षित शहर करार दिया गया है। कोलकाता को यह तमगा किसी और से नहीं बल्कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) से मिला है। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक 2019 में देश के 19 मेट्रो शहरों में कोलकाता में महिलाओं पर अपराध के मामले सबसे कम दर्ज हुए हैं।
दुष्कर्म का एक मामला किसी पुलिस थाने में दर्ज नहीं हुआ
पिछले साल कोलकाता में दुष्कर्म का एक भी मामला किसी भी पुलिस थाने में दर्ज नहीं हुआ है। कन्या उत्पीड़न की भी कोई घटना सामने नहीं आई। 2019 में कोलकाता में छेड़खानी की महज 14 रिपोर्ट थानों में दर्ज हुई जबकि बाकी मेट्रो शहरों में इनकी संख्या बेहद अधिक है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद को ही ले लिया जाए तो वहां पिछले साल दुष्कर्म की 151 घटनाएं दर्ज हुईं।
घरेलू हिंसा की 10,000 घटनाएं सामने आईं वह चिंताजनक
इस सूची में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली शीर्ष पर है, जहां महिलाओं पर अपराध की 1,231 घटनाएं दर्ज हुई हैं। राज्यों के लिहाज से देखें तो राजस्थान को महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्य एनसीआरबी की रिपोर्ट में बताया गया है। वहां घरेलू हिंसा की 10,000 घटनाएं सामने आई हैं, जो चिंताजनक स्थिति को बयां करती है।
प्रशासनिक तत्परता से ही अपराध की घटनाओं पर अंकुश
कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रशासनिक तत्परता से ही महानगर में महिलाओं पर अपराध की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सका है। पुलिस पूरी तरह सतर्क है और कहीं से भी जानकारी मिलने पर त्वरित कार्रवाई करती है। इससे अपराधियों में डर पैदा हुआ है।