जली उंगलियां तो आधार कार्ड से वंचित हुआ बालक
-गत दो वर्षो से आधार बनवाने के लिए परिजनों के सभी प्रयास विफल -बिना आधार पढ़ाई समेत अन्य
-गत दो वर्षो से आधार बनवाने के लिए परिजनों के सभी प्रयास विफल
-बिना आधार पढ़ाई समेत अन्य कार्यो पर लगा ब्रेक
जागरण संवाददाता, कोलकाता : चूल्हे में गिरकर हाथ की उंगलियां जल जाने से बालक आधार कार्ड बनवाने से वंचित हो गया। गत 2 वर्षो से पिता अपने बेटे का आधार बनवाने के लिए चक्कर काट रहा है। हालात यह हैं कि बिना आधार पढ़ाई से लेकर अन्य कार्यो पर ब्रेक लग गया। उधर, एसडीएम ने पीड़ित पिता को समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। सूत्रों के अनुसार वर्ष 2013 के जनवरी में वीरभूम जिले के मुरारई इलाके में रहने वाले गमाल मुंशी का बेटा मुंशी मुहम्मद नुराइन खेलते वक्त चूल्हे के ऊपर गिर पड़ा था। उस वक्त उसकी उम्र मात्र ढाई वर्ष थी। हादसे में उसके उल्टे हाथ की बीच की उंगली छोड़ चारों उंगलियां जल गई थीं। बहरमपुर और बर्द्धमान मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में उसका उपचार कराया गया था। बेटे का हाथ ठीक नहीं होने पर उसे बेंगलुरु ले जाया गया, जहां नुराइन के उंगलियों की प्लास्टिक सर्जरी की गई। वर्तमान में उसकी बीच की उंगली छोड़ अन्य में नाखून नहीं हैं। जबकि एक उंगली उसकी टेढ़ी है। डाक्टरों ने एक बार फिर प्लास्टिक सर्जरी कराने की सलाह दी है। 45 फीसद दिव्यांग होने पर पिता गमाल मुंशी ने बेटे को विशेष सुविधा दिए जाने के लिए रामपुरहाट जिला अस्पताल में भी दस्तावेज जमा किए हैं। एसडीएम सुप्रिय दास ने नुराइन का आधार कार्ड बनवाने के साथ ही अन्य सुविधाएं दिलाए जाने का आश्वासन दिया है। बताया कि बालक के परिजनों ने बीडीओ ऑफिस में मामले से अवगत कराया है। शीघ्र ही उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा। उधर, पिता गमाल मुंशी ने बताया कि बेटे की उंगलियां ठीक नहीं होने की वजह से उसका आधार कार्ड नहीं बन रहा है। गत 2 वर्षो में चार मर्तबा प्रयास कर चुक हैं लेकिन सफलता नहीं मिली। दूसरी कक्षा में पास होने के बाद स्कूल प्रशासन ने बिना आधार कार्ड के तीसरी कक्षा में प्रवेश देने से इन्कार कर दिया है। अन्य जरूरी कार्यो में भी आधार की अनिवार्यता होने के कारण दुविधा की स्थिति बनी हुई है।