हुगली की बंद इंडिया जूट मिल एवं वेलिंग्टन जूट मिल फिर से खोले जाने की घोषणा से हजारों श्रमिकों मेें खुशी की लहर
तीन साल से बंद पड़ी हुगली की इंडिया जूट मिल एवं बंद वेलिंग्टन जूट मिल को फिर से खोले जाने की घोषणा से मजदूरों एवं उनके परिवारवालों में खुशी की लहर है। जमीन के मालिकाना हक और कच्चे माल की कमी के कारण इंडिया जूट मिल बंद हुआ था।
राज्य ब्यूरो, कोलकता । कोरोना संकट के बीच पिछले लगभग तीन साल से बंद पड़ी हुगली जिले की इंडिया जूट मिल एवं चार महीने से बंद वेलिंग्टन जूट मिल को फिर से खोले जाने की घोषणा से मजदूरों एवं उनके परिवारवालों में खुशी की लहर है। श्रममंत्री बेचाराम मन्ना ने बताया कि 12 जुलाई, सोमवार को रथ यात्रा के शुभ दिन पर जहां श्रीरामपुर स्थित इंडिया जूट मिल फिर से खुल जाएगी, वहीं रिसड़ा के वेंलिग्टन जूट मिल में रविवार से ही मेंटेनेंस का काम शुरू हो गया। गौरतलब है कि जमीन के मालिकाना हक और कच्चे माल की कमी के कारण इंडिया जूट मिल बंद हुआ था।
सूत्रों के अनुसार, राज्य सरकार ने प्रबंधन को जमीन के मालिकाना हक के मुद्दे को सुलझाने का आश्वासन दिया है। शुक्रवार को श्रम मंत्री बेचाराम मन्ना की अध्यक्षता में कोलकाता स्थित श्रम दफ्तर में बंद जूट मिलों को फिर से खोले जाने के मुद्दे पर त्रिपक्षीय बैठक हुई थी। इसी महत्वपूर्ण बैठक के दौरान आपसी सहमति के बाद इस मिल को फिर से खोले जाने का निर्णय लिया गया। श्रीरामपुर के विधायक सुदीप्तो राय ने बताया कि इंडिया जूट मिल में 3500 से अधिक कर्मचारी काम करते थे।
दरअसल, हुगली के सिंगुर से विधायक एवं श्रममंत्री बेचाराम मन्ना के हस्तक्षेप पर ही जिले की दोनों महत्वपूर्ण जूट मिलें फिर से खुल रही है। वहीं, श्रममंत्री ने कहा कि सरकार सभी बंद पड़े जूट मिलों को एक- एक करके खोलने के प्रयास में है। हुगली जिला सीटू के अध्यक्ष शिव मंगल सिंह ने बताया कि 29 मई 2018 को प्रबंधन ने आर्थिक संकट, कच्चे माल की कमी तथा अन्य कई समस्याओं का जिक्र करते हुए इंडिया जूट मिल के गेट पर कार्य स्थगन की नोटिस लगा दी थी। तबसे इस मिल के हजारों मजदूर अपनी रोटी- रोजी के लिए इधर उधर भटक रहे थे। सोमवार से मिल खुलने की सूचना पाकर मजदूरों ने राहत की सांस ली है।
इधर, रिसड़ा के वेलिंग्टन जूट मिल में रविवार से मेंटनेंस का काम शुरू हुआ। 30 जुलाई तक यह काम चलेगा। 31 जुलाई की पहली पाली से मिल में उत्पादन शुरू होगा। जिन श्रमिकों को काम से गेट बाहर किया गया है। उन्हें उत्पादन शुरू होने के कुछ दिनों बाद दुबारा काम पर ले लिया जाएगा।
रिसड़ा नगरपालिका के प्रशासक विजय सागर मिश्रा ने कहा कि वेलिंग्टन जूट मिल एशिया का सबसे प्राचीन जूट मिल है। कोरोना के दौर में मिल बंद होने से हजारों श्रमिकों को काफी दिक्कते झेलनी पड़ी है। हमलोगों ने तत्काल मिल खोलेने जाने के लिए श्रममंत्री से गुहार लगाई थी। मिल के पुनः चालू होने पर उन्होंने श्रममंत्री एवं मिल अधिकारियों को धन्यवाद दिया है। मालूम हो कि इस साल 27 फरवरी को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का हवाला देकर इस मिल प्रबंधन ने गेट पर कार्य स्थगन की नोटिस लगा दी थी।