Coronavirus: कोलकाता में एनआरएस हॉस्पिटल के 79 डॉक्टर व स्टाफ को भेजा क्वारंटाइन में
Coronavirus एनआरएस मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में एक संदिग्ध कोरोना युवक की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने एहतियातन 79 लोगों को क्वारंटाइन में भेज दिया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता स्थित एनआरएस मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में एक संदिग्ध कोरोना युवक की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने एहतियातन 79 लोगों को क्वारंटाइन में भेज दिया है। इसमें डॉक्टर, नर्स से लेकर स्वास्थ कर्मी शामिल हैं। अस्पताल सूत्रों ने बताया कि इसमें कुछ लोगों को होम क्वारंटाइन में भी रहने को कहा गया है। वहीं, कुछ लोगों को राजारहाट स्थित क्वारंटाइन सेंटर व कुछ को होटलों में ठहराया गया है।
अस्पताल सूत्रों की मानें तो महेशतल्ला के युवक में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई थी। ऐसे में उसके संपर्क में आए लोगों की पहचान पर क्वारंटाइन में रहने को कहा गया है। इस सिलसिले में रविवार को भी एक बैठक की गई थी। वहीं दूसरी ओर अस्पताल की ओर से अन्य मरीजों की चिकित्सा परिसेवा को लेकर काफी सतर्कता अपनाई जा रही है।
कोलकाता नगर निगम के मुख्य स्वास्थ्य सलाहकार को भेजा गया होम क्वारंटाइन में
कोलकाता नगर निगम के मुख्य स्वास्थ्य सलाहकार को होम क्वारंटाइन में भेजा गया है। उन्होंने पिछले दिनों कोलकाता के बहुबाजार स्थित अपने चेंबर में एक मरीज को देखा था जो बाद में कोरोना से संक्रमित पाया गया। इधर यह पता चला है कि कोरोना संक्रमित मरीज की किराने की दुकान है। इससे इलाके के और भी लोगों में कोरोना संक्रमित होने की आशंका जताई गई है।
मुंबई धारावी के बाद कोलकाता में दो फुटपाथी भिखारी कोरोना संक्रमित
मुंबई धारावी झोपड़पट्टी के बाद अब कोलकाता के फुटपाथ पर रहने वाले दो भिखारियों के कोरोना संक्रमित होने की बात कही जा रही है। शहर के दो भिन्न इलाकों में फुटपाथ पर रहने वाले दो भिखारियों के कोरोना संक्रमित होने की घटना ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। अब तक विदेश यात्रा, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों, राजनेताओं, मशहूर हस्तियों, फिल्म कलाकारों के कोरोना संक्रमित होने की खबरें आ रही थी। अब फुटपाथ के भिखारियों के संक्रमित होने की खबर है। यह काफी चिंता का विषय है। क्योंकि कोलकाता में हजारों की संख्या में लोग फुटपाथ पर रहते हैं।
इस मामले को लेकर राज्य स्वास्थ्य काफी चिंतित है। यहीं से नई आशंकाएं पैदा होती हैं। बताया जा रहा है कि महानगर के बहूबाजार थाने के एक सब-इंस्पेक्टर तीन अप्रैल को एक फुटपाथी भिखारी को लेकर एनआरएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे थे। सब-इंस्पेक्टर ने उन्हें संदेह के आधार पर अस्पताल लाया था कि कहीं फुटपाथ पर रहने वाला भिखारी कोरोना वायरस से संक्रमित तो नहीं है। यह बताया गया कि भिखारी बोल नहीं सकता है। सोमवार को उसकी जांच की रिपोर्ट आई। जैसा कि यह पता चला है कि रिपोर्ट कोरोना पॉजेटिव है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर मंगलवार को भिखारी को एनआरएस से बेलेघाटा आइडी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यही नहीं मध्य कोलकाता के बाद दक्षिण कोलकाता के गार्डेनरिच इलाके में रहने वाले 77 वर्षीय भिखारी के शरीर में भी कोरोना वायरस होने की बात कही जा रही है। उसके आरंभिक लक्षणों को देखते एमआर बांगुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी भी जांच रिपोर्टर सोमवार को आइ है जो पॉजेटिव है।
स्वास्थ्य भवन के निर्देश पर उसे भी बेलेघाटा आइडी अस्पताल पहुंचाया गया है। स्वास्थ्य भवन के एक अधिकारी के अनुसार यह बहुत चिंता का विषय है। हम इस बात की पता कर रहे हैं कि ये दोनों फुटपाथ पर रहने वाले भिखारी कैसे संक्रमित हो गए। दोनों किन-किन लोगों से मिले थे, दोनों के संपर्क में कौन-कौन से लोग आए थे। जहां वे फुटपाथ पर रहते थे किसी और में तो ऐसा लक्षण नहीं है। इसकी पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है। बताते चलें कि बंगाल में अभी तक सरकारी तौर पर 69 लोग कोरोना संक्रमित हैं, जबकि पांच लोगों की मौत हो चुकी है।