बंगाल की खाड़ी में फिर ट्रॉलर डूबा, सात मछुआरे लापता
- लुथियान द्वीप के पास पलटा, 11 को बचाया गया, बाकियों की तलाश जारी - रविवार की रात काकद्वीप से
- लुथियान द्वीप के पास पलटा, 11 को बचाया गया, बाकियों की तलाश जारी
- रविवार की रात काकद्वीप से निकली थी मछुआरों की टोली
जागरण संवाददाता, कोलकाता : बंगाल की खाड़ी में मंगलवार को एक बार फिर एक ट्रॉलर के डूबने से सात मछुआरों के लापता होने का मामला सामने आया है। लापता सभी मछुआरे दक्षिण 24 परगना जिले के नामखाना और फ्रेजरगंज के रहने वाले थे। तटरक्षक वाहिनी और जिला पुलिस-प्रशासन की मदद से लापता मछुआरों की तलाश शुरू की गई है। हालांकि खबर लिखे जाने तक किसी के बरामद होने की कोई सूचना नहीं है।
जानकारी के मुताबिक गत रविवार की रात काकद्वीप से कुछ अन्य ट्रॉलरों के साथ मछुआरों का समूह बंगाल की खाड़ी में मछली पकड़ने गया था। पर मंगलवार को अचानक मौसम ज्यादा खराब हो गया। यह देख मछुआरे अपने-अपने ट्रॉलर लेकर वापस काकद्वीप की ओर लौटने लगे। तभी फ्रेजरगंज के कुछ दूरी पर स्थित लुथियान द्वीप के पास 'एफबी पारमिता' नामक एक ट्रॉलर समुद्र में डूब गया। उस पर कुल 18 लोग सवार थे। यह देख दूसरे ट्रॉलर पर सवार मछुआरों की मदद से 11 को बचा लिया गया, लेकिन सात मछुआरे समुद्र की गहराई में डूब गए। इसकी खबर पाकर कई ट्रॉलर मछुआरों की तलाश में निकले। इसमें सुंदरवन पुलिस-प्रशासन ने भी मदद की, लेकिन अंधेरा हो जाने के कारण ज्यादा देर तक तलाशी अभियान नहीं चलाया जा सका। बुधवार की सुबह मछुआरों के साथ ही तटरक्षक वाहिनी स्पीडबोट की मदद से लापता मछुआरों की तलाश करने निकली। लेकिन लापता मछुआरों की खोज नहीं हो पाई। गौरतलब हो कि इससे पहले गत 15 जुलाई को भी बंगाल में खाड़ी में मछली पकड़ने गए मछुआरों के तीन ट्रॉलर डूब गए थे। तब 19 मछुआरे लापता हुए थे, जिनमें से 15 का शव के साथ ही एक ट्रॉलर भी बरामद हुआ था। अब भी चार मछुआरे और दो ट्रॉलर लापता है।