विद्यासागर की मूर्ति तोड़ने की जांच को पांच सदस्यीय कमेटी गठित
-नव नियुक्त गृह सचिव अलापन बंद्योपाध्याय करेंगे कमेटी की अध्यक्षता -सीपी अनुज शर्मा आइपीएस जावेद श्
-नव नियुक्त गृह सचिव अलापन बंद्योपाध्याय करेंगे कमेटी की अध्यक्षता
-सीपी अनुज शर्मा, आइपीएस जावेद शमीम व विद्यासागर कालेज के प्रिंसिपल कमेटी में शामिल
-अमित शाह के रोड शो के दौरान विद्यासागर कालेज में तोड़ी गई थी मूर्ति
जागरण संवाददाता, कोलकाता : आदर्श आचार संहिता खत्म होते ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक्शन में नजर आ रही हैं। चुनाव आयोग की ओर से बदले गए अधिकारियों की पुन: बहाली के साथ और भी कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में ममता बनर्जी ने सोमवार को पांच सदस्यीय एक उच्चस्तरीय कमेटी की गठित की। कमेटी महानगर में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रोड शो के दौरान विद्यासागर कालेज में तोड़ी गई ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा को तोड़ने की घटना के संबंध में जांच कर सचिवालय को रिपोर्ट जमा करेगी। इस कमेटी में नव नियुक्त गृह सचिव अलापन बंद्योपाध्याय के अलावा कोलकाता पुलिस के पुलिस आयुक्त अनुज शर्मा, आइपीएस जावेद शमीम व विद्यासागर कालेज के प्रिंसिपल को शामिल किया गया है। सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में इस बाबत पत्रकारों से बातचीत करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि आज हमने ईश्वरचंद्र विद्यासागर कॉलेज में बर्बरता की घटना की जाच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की है। इसकी अध्यक्षता नए गृह सचिव अलापन बंदोपाध्याय करेंगे।
उल्लेखनीय है कि आखिरी चरण के चुनाव के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान महानगर में तृणमूल और भाजपा कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे। हिसा के दौरान कालेज में स्थापित महान दार्शनिक, समाज सुधारक और लेखक ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति को तोड़ दिया गया था। इसे लेकर सियासत भी खूब हुई और भाजपा-तृणमूल की ओर से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाया गया। मूर्ति तोड़े जाने के विरोध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल काग्रेस के कई शीर्ष नेताओं ने सोशल नेटवर्किग साइट्स फेसबुक, ट्वीटर आदि पर विद्यासागर की प्रदर्शित तस्वीर (डिस्पले पिक्चर या डीपी) लगाई थी। इसके बाद पीएम ने ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विद्यासागर की नई आवक्ष प्रतिमा को इसी जगह पर ही लगवाने के प्रस्ताव को यह कहते हुये ठुकरा दिया था कि बंगाल के पास इसके लिए धन है। उन्होंने कहा था कि ये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 'हुल्लड़बाज' थे जिन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान प्रतिमा तोड़ कर राज्य की विरासत नष्ट कर दी थी।