Kolkata Book Fair: 44वां अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेला 29 जनवरी से, देश-विदेश के प्रकाशकों के 600 स्टाल
Kolkata Book Fair 44वां अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेला महानगर के सेंट्रल पार्क में अगले साल 29 जनवरी से शुरू होगा। हर बार की तरह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसका उद्घाटन करेंगी।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। 44वां अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेला महानगर के सेंट्रल पार्क में अगले साल 29 जनवरी से शुरू होगा। हर बार की तरह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसका उद्घाटन करेंगी। पुस्तक मेले का आयोजन करने वाली संस्था पब्लिसर्स एंड बुकसेलर्स गिल्ड के अध्यक्ष त्रिदिब कुमार चटर्जी ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस साल फोकल थीम कंट्री रूस है। इसके अलावा संयुक्त राज्य, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, जापान, वियतनाम, फ्रांस, अर्जेंटीना, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, पेरु, आस्ट्रेलिया, बांग्लादेश समेत 11 लैटिन अमेरिकी देश शिरकत करेंगे।
भारत में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, नगालैंड, असम, उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, केरल, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, तेलगांना और ओडि़शा के प्रकाशक यहां अपने स्टाल लगाएंगे। पुस्तक मेला दोपहर 12 बजे से रात आठ बजे तक चलेगा। आखिरी दिन यह रात नौ बजे तक खुला रहेगा।
पुस्तकों की विषय वस्तु पर रहेगी कड़ी नजर
चटर्जी ने कहा कि पुस्तक मेले में बिकने वाली पुस्तकों की विषय वस्तु पर गिल्ड की कड़ी नजर रखी जाएगी, ताकि आपत्तिजनक पुस्तकों की बिक्री न हो सके, हालांकि इतना विशाल पुस्तक मेला, जहां इतनी बड़ी तादाद में पुस्तकें बिकती हैं, वहां सबकुछ पर नजर रख पाना गिल्ड के लिए अकेले संभव नहीं है।
6 से 8 फरवरी तक चलेगा कोलकाता साहित्य उत्सव
कोलकाता पुस्तक मेले के तहत सातवें कोलकाता साहित्य उत्सव (केएलएफ) का आयोजन 6 से 8 फरवरी तक होगा। इसमें विभिन्न साहित्यकारों के अलावा फिल्म, नाटक, संगीत, नृत्य व अन्य क्षेत्रों से जुड़ीं नामी हस्तियां भाग लेंगी। विभिन्न विषयों पर वार्ता सत्र व परिचर्चा का आयोजन किया जाएगा।
भारत-रूस में होगा साहित्यिक आदान-प्रदान
पुस्तक मेले के दौरान भारत-रूस में साहित्यिक आदान-प्रदान देखने को मिलेगा। दोनों देशों की भाषाओं में पांच पुस्तकों का अनुवाद किया जाएगा। पुस्तक मेले में रूस के कई जाने-माने साहित्यकार शामिल होंगे। संवाददाता सम्मेलन में मौजूद कोलकाता में रूस के कौंसुल जनरल एलेक्सी इडामकिन ने बताया-'रूस सबसे ज्यादा पढ़ने वाला देश है और बंगाल सर्वाधिक पढ़ने वाला राज्य। पुस्तक मेले में लगने वाले हमारे स्टाल के जरिए कोलकाता के लोग रूसी साहित्य से वाकिफ होंगे।'
विद्यासागर की 200वीं जयंती का होगा पालन
गिल्ड के महासचिव सुधांशु शेखर दे ने कहा कि पुस्तक मेले के दौरान ईश्वर चंद्र विद्यासागर की 200वीं जयंती का पालन किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि पिछले साल पुस्तक मेले में 24 लाख लोग आए थे और 22 करोड़ रुपये मूल्य की पुस्तकें बिकी थीं।