पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए 41वीं पश्चिम बंगाल राज्य साइक्लिंग चैम्पियनशिप आयोजित
राष्ट्रीय साइक्लिंग नियामक संस्था साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में कोलकाता में साइक्लिंग चैंपियनशिप राजारहाट 6 लेन के पास मर्लिन राइज साइट पर आयोजित किया गया जिसका उद्घाटन एनकेडीए के चेयरमैन व पश्चिम बंगाल हिडको के प्रबंध निदेशक देबाशीष सेन ने किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता । महानगर में ग्रीन स्पोर्ट्स और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए मर्लिन ग्रुप की सीएसआर शाखा आई एम कोलकाता की ओर से 41वें पश्चिम बंगाल राज्य साइक्लिंग चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया। मर्लिन समूह इस चैंपियनशिप की सह प्रस्तुतकर्ता है और इसके लिए एग्रो इवेंट, सीएनजी और कोलकाता सोसाइटी फॉर कल्चरल हेरिटेज के सहयोग से प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
राष्ट्रीय साइक्लिंग नियामक संस्था, साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में कोलकाता में साइक्लिंग चैंपियनशिप राजारहाट 6 लेन के पास मर्लिन राइज साइट पर आयोजित किया गया, जिसका उद्घाटन एनकेडीए के चेयरमैन व पश्चिम बंगाल हिडको के प्रबंध निदेशक देबाशीष सेन ने किया। जबकि प्रतियोगिता की विजेताओं को न्यू टाउन के पुलिस उपायुक्त बिशप सरकार ने सम्मानित किया।बताया गया है कि इस प्रतियोगिता के लिए 170 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया था। पुरुषों में रिथंकर दास, अर्कप्रभा बाउल, सैकत बनर्जी विजेता रहे, जबकि महिलाओं में प्रेमांजलि लाहिड़ी, राका सरकार व ऐनद्रिला विजेता रहीं। इस मौक़े पर मर्लिन समूह के निदेशक सत्येन सांघवी, पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी शिव शंकर पॉल, अभिनेत्री अनुशा विश्वनाथन, कोलकाता सोसाइटी फ़ॉर कल्चरल हेरिटेज के संस्थापक अध्यक्ष सौरव मुखर्जी व वेस्ट बंगाल साइक्लिंग कमिटी के सचिव अभिजीत सेट सहित अन्य उपस्थित रहे।
इस संबंध में आई एम कोलकाता के संस्थापक और मर्लिन के एमडी साकेत मोहता ने कहा, “हमें एक स्वस्थ जीवन जीने का तरीका विकसित करने पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है, खासकर बढ़ते प्रदूषण के इस युग में व वैश्विक महामारी के बीच हमें और सजग रहना चाहिए। हम महसूस करते हैं कि कोलकाता में साइकलिंग बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह प्रदूषण को कम करता है और पर्यावरण को बचाता है।
श्री मोहता ने आगे कहा, "आई एम कोलकाता मर्लिन ग्रुप की एक सीएसआर पहल है. साइक्लिंग प्रतियोगिता की यह पहल राज्य सरकार की सबूज साथी योजना के तहत लड़कियों को बंगाल के सभी जिलों से साइकिल के साथ चैंपियनशिप में भाग लेने में सक्षम है। हम राज्य सरकार से साइकिल चलाने के लिए अलग ट्रैक बनाने का आग्रह करते हैं।”