फरक्का से कोलकाता तक नौसेना कैडेट्स के 410 किमी लंबे नौकायन अभियान को दिखाई गई हरी झंडी
नौसेना से जुड़े 60 एनसीसी कैडेट्स 18 दिनों तक गंगा नदी में नौकायन करते हुए पहुंचेंगे कोलकाता। विगत वर्षों में एनसीसी द्वारा इस तरह के नौकायन अभियान आयोजित होते रहे हैं। कोरोना वायरस के चलते इसका आयोजन नहीं हुआ। दो वर्षों के बाद इस अभियान का आयोजन हो रहा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के पश्चिम बंगाल और सिक्किम निदेशालय के तत्वावधान में एक और दो बंगाल नौसेना इकाई के कैडेट्स का फरक्का से कोलकाता तक गंगा नदी में नौकायन अभियान को रविवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। नौकायन अभियान में हिस्सा ले रहे नौसैना एनसीसी के 60 सदस्यीय युवा कैडेटों के दल को सुबह मुर्शिदाबाद जिले में स्थित एनटीपीसी के फरक्का घाट से एनटीपीसी के जीजीएम संजीव कुमार और एक नंबर नौसेना यूनिट एनसीसी, कोलकाता के कमांडिंग आफिसर कमांडर मृणमय नंदी ने गणमान्य लोगों की उपस्थिति में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
समारोह में एनटीपीसी, एनसीसी, नौसेना व सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस मौके पर एनटीपीसी के जीजीएम संजीव कुमार ने कैडेटों से बातचीत की और उन्हें सच्ची भावना से इस साहसिक अभियान को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। अधिकारियों ने बताया कि 18 दिवसीय इस लंबे नौकायन अभियान में नौसैना से जुड़े कुल 60 युवा कैडेट्स जिसमें 35 लड़के एवं 25 लड़कियां हैं, गंगा नदी में नौकायन करते हुए विभिन्न स्थानों से होकर 410 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। इस अभियान का नौ जून को कोलकाता में हुगली नदी के किनारे मैन आफ वार जेट्टी पर पहुंचने के साथ समापन होगा।कमांडर मृणमय नंदी ने बताया कि तीन व्हेलर्स बोट के साथ अभियान में शामिल कैडेटों का दल फरक्का से जंगीपुर, बहरामपुर, कटवा, नवद्वीप, कालना, चुंचुड़ा व दक्षिणेश्वर होते हुए 410 किलोमीटर की दूरी तय कर कोलकाता पहुंचेंगे।
इस दौरान उनके साथ तीन बचाव नौकाएं भी रहेंगी। उन्होंने बताया कि अभियान में शामिल दल रास्ते में नमामि गंगे, स्वच्छ भारत, वृक्षारोपण, पर्यावरण संरक्षण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे विभिन्न सामाजिक विषयों पर जागरूकता अभियान भी चलाएंगे। उन्होंने बताया कि कैडेटों को इस प्रकार की साहसिक गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित करने एवं इस अद्वितीय एवं चुनौतीपूर्ण अभियान के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
दो साल बाद हो रहा है यह नौकायन अभियान
बता दें कि विगत वर्षों में एनसीसी द्वारा इस तरह के नौकायन अभियान आयोजित होते रहे हैं। लेकिन कोरोना वायरस के चलते 2020 और 21 में इसका आयोजन नहीं हुआ। दो वर्षों के बाद इस अभियान का आयोजन हो रहा है। कमांडर नंदी ने बताया कि इस कार्यक्रम का उदेश्य एनसीसी कैडेटों में अच्छे चरित्र, एकता और अनुशासन की भावना उत्पन्न करना है, जिससे कि वे एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में विकसित हों तथा राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकें।