50 लाख का कर्ज चुकाने के लिए अपनी ही दुकान में करवाई डकैती
- 10 किलो के बजाय 80 किलो चांदी के गहने लूटे जाने का फैलाई झूठी अफवाह - सच्चाई का खुलासा
- 10 किलो के बजाय 80 किलो चांदी के गहने लूटे जाने का फैलाई झूठी अफवाह
- सच्चाई का खुलासा होने के बाद स्वर्ण कारोबारी समेत चार गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, कोलकाता : दक्षिण 24 परगना जिले के बारुईपुर थानांतर्गत चंपाटी में 50 लाख रुपये का कर्ज चुकाने के लिए एक स्वर्ण कारोबारी ने अपने कर्मचारियों की मदद से अपनी ही दुकान में डकैती की झूठा कहानी रची। यही नहीं, 10 किलो की जगह 80 किलो चांदी के गहने लूटे जाने की झूठी अफवाह भी फैलाई, लेकिन अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सका और अंतत: पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसका नाम देव कुमार देवनाथ है। पुलिस ने डकैती की झूठे षड्यंत्र में शामिल देव कुमार के तीन कर्मचारियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
बारुईपुर निवासी देवकुमार की चंपाटी के तीन मुहाने इलाके में आभूषणों की एक दुकान है। वह 25 अगस्त की शाम थाने पहुंचा और दुकान में डकैती होने की बात कहते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस को बताया था कि तीन युवक हथियार लेकर उसकी दुकान में आए थे और उसकी दुकान से 80 किलो चांदी के गहने लूट ले गए। जांच में उतरी बारुईपुर पुलिस ने जब पूछताछ शुरु की तो देव कुमार बार-बार अपने बयान बदलने लगा। इस पर पुलिस को उसी पर संदेह हुआ। पुलिस ने दुकान के कर्मचारियों से जब सख्ती से पूछताछ शुरु की, तो उन लोगों ने पूरी सच्चाई बता दी। कर्मचारियों ने कहा कि कारोबारी देव कुमार ने खुद ही अपनी दुकान में डकैती करवाई है। घटना वाले दिन खुद देव कुमार ने ही गहनों को बैग में भरा और उन्हें सौंपा था। यही नहीं, गहनों का वजन 80 किलो नहीं बल्कि 10 किलो ही था। कर्मचारियों से सच्चाई सुनने के बाद पुलिस ने देव कुमार को फिर थाने बुलाया और उससे सख्ती से पूछताछ की, तो वह टूट गया और पूरी सच्चाई विस्तार से बताई। कहा, उसने एक गैर सरकारी संस्था से 50 लाख रुपये कर्ज ले रखा था। लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद पैसे वापस नहीं लौटा पा रहा था। उसकी ज्वैलरी की दुकान भी ठीक नहीं चल रही थी। जब कुछ नहीं सुझा, तो उसने अपनी दुकान में डकैती करवाने की साजिश रची। क्योंकि उसने दुकान का बीमा करवा रखा है। उसकी दुकान में डकैती होने पर उसे मोटी रकम मिलती, जिससे वह अपना कर्ज उतार सकता था। अपने षड्यंत्र में उसने अपने कर्मचारियों को भी शामिल कर लिया। पर अंत में उसकी योजना विफल हो गई। सच्चाई सुनने के बाद पुलिस ने देव कुमार समेत कुल चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।