3डी लेजर स्कैनर से होगी कोलकाता में पुलों की सुरक्षा
अत्याधुनिक मशीन से लेजर किरणों निकलती हैं, जो चारों ओर फैलकर तस्वीर तैयार करती है। मशीन आंधी-तूफान, बारिश, तापमात्र में भी काम करने में सक्षम है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। माङोरहाट फ्लाईओवर हादसे के बाद अब कोलकाता पुलिस पुलों की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार का समझौता करने को राजी नहीं है। यही वजह है कि ढांचे की सुरक्षा के लिए 50 लाख की लागत से 3डी लेजर स्कैनर को खरीदने की तैयारी चल रही है। इसके बाद 3डी स्कैनर से पुलों के ढांचे को स्कैन कर साफ्टवेयर के जरिए परखा जाएगा।
सूत्रों के अनुसार विश्व में लेजर स्कैनर का प्रयोग कोई नया नहीं है। लेकिन अब कोलकाता पुलिस भी उसी राह पर चल पड़ी है। फिलहाल हैदराबाद की एक कंपनी से 3डी लेजर स्कैनर मशीन को भाड़े पर लिया गया है।
अत्याधुनिक मशीन से लेजर किरणों निकलती हैं, जो चारों ओर फैलकर तीन आयामी तस्वीर तैयार करती है। उक्त स्कैनर मशीन आंधी-तूफान, बारिश और अधिक तापमात्र में भी काम करने में सक्षम है।
विशेषज्ञों की माने तो 3डी लेजर स्कैनर मशीन के आने से पुराने पुलों के रखरखाव व मरम्मत में काफी मदद मिलेगी।
साथ ही पुल कितने सुरक्षित हैं इससे संबंधित दस्तावेज भी राज्य सरकार के पास मौजूद रहेंगे। ऐसे में यदि कोई हादसा होता है तो अधिकारी अपना पलड़ा झाड़ नहीं सकते।