बंगाल की खाड़ी में दुर्घटनाग्रस्त ट्रॉलर मिला, तीन मछुआरों के शव भी बरामद
- सड़ चुके शवों की नहीं हो सकी पहचान, पुलिस ने उनके परिजनों को बुलाया - सात मछुआरे अब भी लापता, उनक
- सड़ चुके शवों की नहीं हो सकी पहचान, पुलिस ने उनके परिजनों को बुलाया
- सात मछुआरे अब भी लापता, उनकी तलाश जारी
जागरण संवाददाता, कोलकाता : बंगाल की खाड़ी में आठ दिन पहले डूबे 'एफबी कन्यामाता' नामक ट्रालर को गुरुवार को भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे रायमंगल नदी से बरामद किया गया। उसे खींच कर देर रात नामखाना घाट लाया गया। ट्रॉलर के केबिन से ही तीन मछुआरों का शव भी बरामद हुआ। शव सड़ जाने की कारण उनकी पहचान नहीं हो सकी है। शुक्रवार को पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए काकद्वीप महकमा अस्पताल भेज दिया है। वहीं सभी लापता मछुआरों के परिजनों को भी बुलाया गया है, जो शवों की पहचान करेंगे।
जानकारी के मुताबिक बुधवार को मछुआरों का समूह कई ट्रालर लेकर मछली पकड़ने बंगाल की खाड़ी पहुंचा था। वहीं मछुआरों की नजर रायमंगल नदी किनारे पलटे कन्यामाता ट्रॉलर पर पड़ी। नजदीक जाकर डूबे ट्रालर की पहचान करने के बाद मछुआरों ने इसकी सूचना नामखाना घाट व पुलिस को दी। ट्रॉलर को बरामद करने के लिए प्रशासन की ओर से चार और ट्रॉलर भेजे गए। उनकी मदद से गुरुवार देर रात ट्रॉलर और मछुआरों के शवों को बाहर लाया गया। गौरतलब हो कि बीते 13 जून को एफबी कन्यामाता नामक ट्रॉलर से 16 मछुआरों का एक दल बंगाल की खाड़ी में मछली पकड़ने गया था। वहीं, समुद्र में केंदो द्वीप के पास ट्रॉलर लहरों के बीच फंस गया। लाख प्रयास के बावजूद मछुआरे ट्रॉलर को बचा नहीं सके और वह डूब गया। तब खाड़ी में मौजूद दो अन्य ट्रालरों की मदद से किसी तरह छह मछुआरों को बचाया जा सका, लेकिन 10 मछुआरे डूब गए थे। उनमें से ही तीन का शव बरामद हुआ है। बाती सात मछुआरों की तलाश अब भी जारी है।