समुद्र में फंसे रोहिंग्या व बांग्लादेशी नागरिकों की मदद कर रही नौसेना व तटरक्षक बल की टीम
भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल की टीम 90 रोहिंग्या शरणाíथयों व तीन बांग्लादेशी नागरिकों को बीच समुद्र में भोजन व चिकित्सा सुविधाएं प्रदान कर रही है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल की टीम 90 रोहिंग्या शरणाíथयों व तीन बांग्लादेशी नागरिकों को बीच समुद्र में भोजन व चिकित्सा सुविधाएं प्रदान कर रही है। उनकी नाव समुद्र में भटककर भारतीय जल क्षेत्र में प्रवेश कर गई थी। भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल मानवता के आधार पर उनकी मदद कर रही है। उनमें से कई बीमार बताए जा रहे हैं। कुछ के शरीर में पानी की कमी हो गई है। नौसेना के डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं। पता चला है कि समुद्र में भटकने के दौरान उनमें से आठ लोगों की मौत हो गई थी। बैंकाक आधारित अराकन प्रोजेक्ट भी राहत कार्य में जुटा हुआ है। अराकन प्रोजेक्ट के क्रिस लेवा ने बताया-'उनका एक सैटेलाइट फोन काम कर रहा था, जिसके जरिए उन्होंने हमसे संपर्क किया, जिसके बाद भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल के जरिए उन्हें मदद पहुंचाई गई है।'
क्रिस लेवा ने कहा-'हमें पता चला है कि भारतीय तकनीशियन उनकी नाव के इंजन को ठीक करने की कोशिश कर रहे थे। अगर यह सच है तो इसका मतलब यह है कि भारतीय नौसेना पूर्ण रूप से बचाव मिशन को नहीं बढ़ाएगी। हम चाहते हैं कि इन रोहिंग्याओं को बाग्लादेश पहुंचा दिया जाए, जहा से वे 11 फरवरी को इस नाव पर सवार हुए थे। नाव में कई महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं। भारतीय नौसेना के सूत्रों ने बताया कि उस नाव की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।