Bengal Assembly Elections 2021: कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- हिम्मत है तो ममता सिर्फ नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का एलान करें
कैलाश विजयवर्गीय से लेकर अमित मालवीय तक ने ट्वीटर से तृणमूल प्रमुख पर किया वार।विजयवर्गीय ने ट्वीट किया कि ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है। पर उन्होंने यह नहीं कहा कि वे सिर्फ यहीं से मैदान में उतरेंगी!
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पूर्व मेदिनीपुर जिले की नंदीग्राम विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव लड़ने की घोषणा की है। दस वर्षों के व्यवस्था विरोध कारक से जुझ रहीं ममता को यदि अपनी जीत का इतना ही यकीन है, तो वह घोषणा करें कि वह सिर्फ नंदीग्राम से चुनाव लड़ेंगी। यदि ऐसा नहीं करती हैं, तो यही समझा जाएगा कि नंदीग्राम पर उन्हें यकीन नहीं है।
यह बात भाजपा नेताओं ने ट्वीट के जरिये कही है। तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय एवं भाजपा आइटी सेल के राष्ट्रीय प्रमुख व बंगाल भाजपा के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट किया है।
अमित मालवीय ने अंग्रेजी में ट्वीट किया कि ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि वह नंदीग्राम से चुनाव लड़ेंगी। यदि उन्हें लगता है कि वह निश्चित रूप से नंदीग्राम से जीत रही हैं, तो उन्हें यह भी घोषणा कर देनी चाहिए कि वह सिर्फ नंदीग्राम से ही चुनाव लड़ेंगी, ताकि बाद में उन्हें अपने शब्दों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सके और इन शब्दों से छेड़छाड़ न की जा सके। यदि ऐसा नहीं होता है, तो हमें पता है...।
इसके बाद विजयवर्गीय ने भी ट्वीट किया कि ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है। पर, उन्होंने यह नहीं कहा कि वे सिर्फ यहीं से मैदान में उतरेंगी! यदि उनको अपनी जीत का भरोसा है, तो ये घोषणा भी करें! वरना यह समझा जाएगा कि आपको नंदीग्राम पर भरोसा नहीं! नंदीग्राम विधानसभा सीट इस बार चर्चा के केंद्र में है। यहां के कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी के भाजपा का झंडा थामने के बाद तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए ममता ने नंदीग्राम में ही घोषणा कर दी थी कि इस बार वह खुद यहां से चुनाव लड़ेंगी।
ममता की इस घोषणा के बाद भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने ममता को नंदीग्राम विधानसभा सीट पर कम से कम 50 हजार मतों के अंतर से हराने की घोषणा कर दी और कहा कि नहीं हरा सके, तो वह राजनीति छोड़ देंगे।