Bengal Assembly Elections 2021: बंगाल में तृणमूल और भाजपा का खेल बिगाड़ने की फिराक में है कई दल
दोनों की जीत की राह में कांटे बिछाने की कोशिश में जुटा राजद लोजपा जेएमएम शिवसेना और जन संहिति । विधानसभा चुनाव को लेकर बंगाल में अब तक जो जमीनी हकीकत सामने आई है उसमें मुख्य लड़ाई तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। विधानसभा चुनाव को लेकर बंगाल में अब तक जो जमीनी हकीकत सामने आई है, उसमें मुख्य लड़ाई तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है। इसपर सी-वोटर-एबीपी न्यूज व सीएनएक्स-एबीपी आनंद द्वारा जनवरी और फरवरी में किए गए ओपेनियन पोल ने भी मुहर लगा दी है।
उनके सर्वे में जो बातें सामने आई हैं, उसके मुताबिक तृणमूल और भाजपा आमने-सामने हैं जबकि वाममोर्चा-कांग्रेस गठबंधन सत्ता की जंग में मीलों पीछे है लेकिन इन सबके बीच बिहार -झारखंड की सियासी पाॢटयां राष्ट्रीय जनता दल (राजद), लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), महाराष्ट्र की शिवसेना तथा बंगाल के हिंदूवादी संगठन ने जन संहिति नाम से पार्टी बनाकर चुनाव में उतरने की घोषणा कर दी है। ऐसे में ये सब पार्टियां तृणमूल और भाजपा की राह में अपने-अपने स्तर पर कांटे बिछाने और चुनावी खेल बिगाडऩे की कोशिश में हैं।
लोजपा ने बंगाल की सभी 294 सीटों पर तो जेएमएम ने आदिवासी बहुल इलाकों की 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का एलान कर दिया है। इसी तरह से शिवसेना और जन संहिति भी 100-100 सीटों पर प्रत्याशी खड़ा करने की बात कह रही है। जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तवज्जो नहीं मिला तो राजद ने तृणमूल के खिलाफ ही प्रत्याशी उतारने की तैयारी शुरू कर दी है।
राजद बंगाल की सात विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारने जा रही है। साथ ही वाममोर्चा-कांग्रेस के साथ भी गठबंधन की कोशिश में है। बंगाल में कांग्रेस व वाममोर्चा के बीच पहले ही गठबंधन और सीटों का बंटवारा हो चुका है। हालांकि, मंगलवार को हुई बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंचन चौधरी ने कहा कि राजद, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) और अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडियन सेकुल फ्रंट(आइएसएफ) को भी गठ
बंधन में शामिल किया जाएगा यानी बंगाल में तृणमूल और भाजपा के खिलाफ महागठबंधन तैयार होने संभावना बढ़ गई है।