महालया पर एक मुसलमान के सोशल मीडिया पर देवी दुर्गा का पाठ करने की खबर से सोशल मीडिया पर उफान
अब कुछ लोग तो आकाशवाणी के प्रति नाराजगी भी दिखा रहे हैं। आकाशवाणी के कोलकाता केंद्र ने इस बात का सिरे से किया खंडन। कहा-बीरेंद्र कृष्ण की जगह कभी किसी अन्य ने आकाशवाणी पर नहीं किया देवी दुर्गा का पाठ।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : महालया के दिन आकाशवाणी पर बीरेंद्र कृष्ण भद्र की अद्भुत आवाज में देवी दुर्गा का पाठ बंगाल के लोग दशकों से सुनते आ रहे हैं लेकिन हाल में सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने दावा किया कि एक बार महालया के दिन बीरेंद्र कृष्ण के आकाशवाणी पहुंचने में देर हो जाने पर उनके बदले नाजिर अहमद नामक मुसलमान ने देवी दुर्गा का पाठ किया था। इसे लेकर सोशल मीडिया पर उफान है।
नके बाद उनकी रिकॉर्ड आवाज को ही बजाया जाता रहा
नेटीजंस इसे लेकर तरह-तरह से प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे हैं। कुछ लोग तो आकाशवाणी के प्रति नाराजगी भी दिखा रहे हैं। इस बीच आकाशवाणी के कोलकाता केंद्र ने इस बात का सिरे से खंडन किया है। आकाशवाणी का कहना है कि बीरेंद्र कृष्ण की जगह कभी किसी अन्य ने आकाशवाणी पर देवी दुर्गा का पाठ नहीं किया और उनके बाद उनकी रिकॉर्ड आवाज को ही बजाया जाता रहा है।
मीडिया पर संपूर्ण तरीके से गलत और आधारहीन खबर
1975 से 2008 तक ऑल इंडिया रेडियो में कार्यरत रहे तुहीन शुभ्र भट्टाचार्य ने बताया-'पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर संपूर्ण तरीके से गलत और आधारहीन खबर फैलाई जा रही है, वह यह कि 1942 से 1946 तक बीरेंद्र कृष्ण की जगह नाजिर अहमद नामक व्यक्ति ने देवी दुर्गा का पाठ किया था।
किसी और ने आकाशवाणी में देवी दुर्गा का पाठ नहीं किया
आकाशवाणी के कोलकाता केंद्र की तरफ से हम इसका खंडन करते हैं और सभी को यह बताना चाहते हैं कि किसी भी तरह के बहकावे में ना आएं। श्रद्धेय बीरेंद्र कृष्ण भद्र के अलावा कभी किसी और ने आकाशवाणी में महिषासुर मर्दिनी कार्यक्रम के तहत देवी दुर्गा का पाठ नहीं किया।'
लाइव प्रोग्राम से एक रात पहले कलाकार स्टूडियो आते हैं
आकाशवाणी कोलकाता केंद्र के प्रोग्रामिंग हेड सुब्रत मजुमदार ने कहा-'इस तरह के लाइव प्रोग्राम के लिए एक रात पहले ही कलाकार स्टूडियो आ जाते हैं इसलिए किसी के आने में विलंब होने का सवाल ही नहीं उठता। महालया पर प्रातः चार बजे से महिषासुर मर्दिनी कार्यक्रम शुरू होता है। ऐसा नहीं है कि उस समय कलाकार दौड़ते- दौड़ते स्टूडियो पहुंचते हैं क्योंकि इसके लिए काफी दिन रिहर्सल करना पड़ता है।
खबर का गलत तरीके से प्रचार, अहमद खुद बड़े कलाकार
मेरा व्यक्तिगत तौर पर मानना है कि प्रोग्राम के समय नहीं बल्कि किसी दिन रिहर्सल के समय बीरेंद्र कृष्ण के स्टूडियो पहुंचने में देर हो गई होगी और उस दिन नाजिर अहमद ने प्राक्सी की भूमिका निभाई होगी। इसी खबर का गलत तरीके से प्रचार किया जा रहा है। नाजिर अहमद खुद भी बड़े कलाकार थे। रेडियो में उन्होंने काफी काम किया है।'