बीएसएफ ने बांग्लादेश सीमा से अमेरिकी मूल के दुर्लभ प्रजाति के दो टूकान पक्षी किए बरामद
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर लैटिन अमेरिकी मूल के दुर्लभ प्रजाति के दो टूकान पक्षी को जब्त किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने गुरुवार को बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी को नाकाम करते हुए लैटिन अमेरिकी मूल के दुर्लभ प्रजाति के दो टूकान पक्षी को जब्त किया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन दो पक्षियों की कीमत लगभग 14,21,770 रुपये है। इन दुर्लभ पक्षियों को सीमावर्ती उत्तर 24 परगना के अंगरैल सीमा चौकी इलाके से होकर बांग्लादेश ले जाया जा रहा था, जिसे 158वीं वाहिनी, बीएसएफ के जवानों ने नाकाम कर दिया।
बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि संभवतः पहली बार इस क्षेत्र से अमेरिकी मूल के पक्षियों को जब्त किया गया है। दरअसल, टूकान पक्षी मध्य व दक्षिण अमेरिकी मूल के होते हैं। यह बेलीज का राष्ट्रीय पक्षी भी है। यह प्रजाति दक्षिणी मैक्सिको से कोलंबिया तक उष्णकटिबंधीय जंगलों में पाई जाती है। इस पक्षी की खासियत यह है कि इसकी चोंच बड़ी और रंग बिरंगी होती है जिसके लिए यह प्रसिद्ध है। टूकान वृक्षविचरी पक्षी होते हैं और एक बार में 2 से 21 अंडे देते हैं।
विशेष तलाशी अभियान चलाया
अधिकारियों ने बताया कि एक खुफ़िया सूचना पर कार्यवाही करते हुए गुरुवार को बीएसएफ के अंगरैल सीमा चौकी में तैनात 158वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक हलदरपारा गांव के पीछे स्थित जंगल के आसपास के क्षेत्रों में विशेष तलाशी अभियान चलाया। सुबह लगभग 6:45 बजे जवानों ने बांस की झाड़ियों के पीछे छिप कर बैठे दो संदिग्ध व्यक्तयों को देखा। जैसे ही जवानों ने उनके पास पहुंचने की कोशिश की दोनों संदिग्ध तस्कर ने भारतीय गांव की तरफ भागने लगे। तस्करों ने हाथ में एक पिंजरा भी लिया हुआ था।
तस्कर भागने में कामयाब रहे
जवानों ने काफी दूर तक इनका पीछा किया, लेकिन इस बीच तस्कर पिंजरे को फेंक कर घने जंगल का फायदा उठाते हुए भागने में कामयाब रहे। इसके बाद तलाशी पार्टी ने जंगल के आस पास के इलाके की गहन तलाशी ली जिसमें एक पिंजरा बरामद हुआ जिसके अंदर एक जोड़ी असमान्य से दिखने वाला टूकान पक्षी मिला। बीएसएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए जब्त दोनों विदेशी पक्षियों को कोलकाता के अलीपुर स्थित जूलॉजिकल गार्डन (चिड़ियाघर) को सौंप दिया है।