पैडमैन की पहल: देश में पहली बार कोलकाता में गैरसरकारी बसों में किन्नरों के लिए सीटें होंगी आरक्षित
कोलकाता में गैरसरकारी बसों में किन्नरों के लिए सीटें आरक्षित होने जा रही हैं। यह सुविधा कोलकाता में पैडमैन के नाम से मशहूर शोभन मुखोपाध्याय की पहल पर शुक्रवार से उपलब्ध होगी
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : देश में पहली बार कोलकाता में गैरसरकारी बसों में किन्नरों के लिए सीटें आरक्षित होने जा रही हैं। यह सुविधा कोलकाता में 'पैडमैन' के नाम से मशहूर शोभन मुखोपाध्याय की पहल पर शुक्रवार से उपलब्ध होने जा रही है। उन्होंने गैरसरकारी बस मालिकों के संगठन को इस बाबत प्रस्ताव दिया था, जिसे उन्होंने मान लिया है, हालांकि चरणों में सभी बसों में सीटें आरक्षित होंगी।
कोलकाता के बांसद्रोणी इलाके के रहने वाले शोभन ने बताया-' फिलहाल 205 व 205ए रूट की बेसरकारी बसों में किन्नरों के लिए आरक्षित सीटों की व्यवस्था शुरू होने जा रही है। मेरी कुछ और रूटों के बस मालिकों से बातचीत चल रही है।जल्दी वहां भी किन्नरों के लिए आरक्षित सीटों की व्यवस्था की जाएगी।' शोभन ने आगे कहा-'कुछ साल पहले मेरी एक परिचित ट्रांसजेंडर को मेट्रो ट्रेन से इसलिए उतार दिया गया था क्योंकि वह महिलाओं की सीट पर जाकर बैठ गई थी।इस घटना के बाद से ही मैंने ठान लिया था कि महिलाओं, दिव्यांगों व वरिष्ठ नागरिकों की तरह ही ट्रांसजेंडरों के लिए भी आरक्षित सीटों की व्यवस्था करूंगा।
बसों से इसकी शुरुआत होने जा रही है। गौरतलब है कि शोभन के प्रयास से ही कोलकाता नगर निगम के तहत संचालित होने वाले शौचालयों में ट्रांसजेंडरों के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था संभव हो पाई है। शोभन इन शौचालयों में महज पांच रुपये में महिलाओं को सैनेटरी पैड भी उपलब्ध कराते हैं। ज्वाइंट काउंसिल आफ बस सिंडिकेट्स के महासचिव तपन कुमार बनर्जी ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा-'समानाधिकार की स्थापना करने की लड़ाई में मैं हमेशा साथ हूं। व्यक्तिगत तौर पर भी इस पहल का स्वागत करता हूं।'