भारत में अवैध घुसपैठ करते 2 बच्चों समेत बांग्लादेशी महिला को बीएसएफ ने पकड़ा
घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करते हुए अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार कर भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रही बांग्लादेशी महिला व उसके दो बच्चे को पकड़ा
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के नदिया जिले में एक बार फिर घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करते हुए अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार कर भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रही बांग्लादेशी महिला व उसके दो बच्चे को पकड़ा है। इस सिलसिले में मानव तस्करी में शामिल एक गिरोह का भी खुलासा हुआ है जो अवैध रूप से लोगों को सीमा पार कराते है। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना शनिवार देर रात की है, जब सीमावर्ती नदिया जिले के फिटकरीगेट सीमा इलाके से होकर तीनों बांग्लादेशी अवैध रूप से भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे तभी आठवीं बटालियन के जवानों ने उन्हें पकड़ लिया।
बीएसएफ ने एक बयान में बताया कि घुसपैठ की खुफिया सूचना के बाद बॉर्डर आउटपोस्ट फिटकरीगेट के पोस्ट कमांडर ने तुरंत एक गस्ती दल को अंतरराष्ट्रीय सीमा और जीरो लाइन के पास निगरानी के लिए भेजा। रात करीब एक बजे जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास केले के बागान में 4-5 संदिग्ध लोगों की हरकत देखी जो बाग्लादेश से भारत की तरफ आ रहे थे। जवानों ने उन्हे रुकने की चेतावनी दी लेकिन बाग्लादेशी नागरिकों ने वापस भागने की कोशिश की। लेकिन, सतर्क जवानों ने पीछा करके भारतीय सीमा के अंदर 1 महिला और 02 बच्चे को पकड़ लिया जबकि बाकी बाग्लादेशी नागरिक अंधेरे और केले बगान का फायदा उठाकर भाग गये। प्रारंभिक पूछताछ में महिला ने खुद व अपने दोनों बच्चों को बांग्लादेशी नागरिक बताया। तलाशी में उसके पास से 37,540 बांग्लादेशी टका और 02 मोबाइल फोन भी बरामद हुआ।
सीमा पार कराने के लिए दलाल ले लिए थे 5000 रुपये
महिला ने पूछताछ में बांग्लादेश के दो दलालों के नाम भी बताए हैं जो सीमा पार कराने में उनकी मदद कर रहे थे। इनमें एक का नाम मुन्ना, निवासी- मोरलगंज, जिला- खुलना जिसे वह बचपन से जानती है और दूसरे दलाल का नाम हिरेन है। महिला ने कहा कि बाग्लादेशी दलाल हिरेन को अंतराष्ट्रीय सीमा पार करने के लिए उसने 5000 रुपये दिये थे। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बांग्लादेशी महिला सहित उसके दोनों बच्चों और जब्त नोटों को हंसखली थाने को सौंप दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जिम्मेवारी के इलाके में शून्य तस्करी के सिद्धांत पर सभी कार्मिक दृढ संकल्पित हैं। इसके तहत आठवीं बटालियन, बीएसएफ की जिम्मेवारी के इलाके से चालू वर्ष 2020 के दौरान अब तक 30 बांग्लादेशी और 9 भारतीय नागरिकों को पकड़ने में कामयाबी हासिल हुई है, जब यह सभी अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार करने की कोशिश कर रहे थे।