Move to Jagran APP

अयोध्या में भूमि पूजन से पहले अधीर रंजन चौधरी का कफील खान के प्रति उमड़ा प्रेम, पीएम को पत्र

अधीर चौधरी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भड़काऊ भाषण देने के मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत गिरफ्तार कफील खान की रिहाई की मांग की है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 08:18 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 08:18 PM (IST)
अयोध्या में भूमि पूजन से पहले अधीर रंजन चौधरी का कफील खान के प्रति उमड़ा प्रेम, पीएम को पत्र
अयोध्या में भूमि पूजन से पहले अधीर रंजन चौधरी का कफील खान के प्रति उमड़ा प्रेम, पीएम को पत्र

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः अयोध्या में भूमि पूजन से ठीक एक दिन पहले अचानक कांग्रेस नेता को डॉक्टर कफील खान के प्रति प्रेम उमड़ा आया। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर चौधरी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भड़काऊ भाषण देने के मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत गिरफ्तार कफील खान की रिहाई की मांग की है। चौधरी ने पत्र में लिखा है कि उत्तर प्रदेश के डॉक्टर के साथ "घोर अन्याय" हो रहा है। संशोधित नागरिकता कानून(सीएए) के विरोध के दौरान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भड़काऊ भाषण देने के मामले में खान को गिरफ्तार किया गया था।

loksabha election banner

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन समारोह से महज एक दिन पहले पीएम को लिखे अपने पत्र में चौधरी ने कहा है कि रामराज (भगवान राम का शासन) अन्याय, भेदभाव और प्रतिशोध का विरोधी रहा है। उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी की ओर से संसद के भीतर और बाहर सीएए का पुरजोर विरोध किया। हालांकि, मेरे या देश भर के लाखों अन्य प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एनएसए नहीं लगाया गया था। चौधरी ने पत्र में लिखा है कि मैं इस बात से काफी चिंतित हूं कि युवा चिकित्सक को इस तथ्य के बावजूद क्यों फंसाया गया है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का  भारत के पवित्र संविधान में उल्लेख है।

सीएए पर भड़काऊ बयान देने के मामले में है गिरफ्तार

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने मोदी से खान के लिए न्याय सुनिश्चित करने का आग्रह किया, जो जनवरी से जेल में है। यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच भी आपको कफील खान की रिहाई के लिए अनुरोध किया है। अधीर ने लिखा है कि महोदय, मेरा दृढ़तापूर्वक मानना है कि 'रामराज' अन्याय, भेदभाव और प्रतिशोध के विरोधी माना जाता है। खान को 29 जनवरी को मुंबई हवाई अड्डे पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए के तहत अलीगढ़ के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में दर्ज एक मामले में गिरफ्तार किया गया था।

बाल रोग विशेषज्ञ को इससे पहले 2017 में यूपी के गोरखपुर में एक सरकारी अस्पताल में एक सप्ताह में 60 से अधिक बच्चों की मौत के बाद गिरफ्तारी किया गया था। बताते चलें कि यह पहली बार नहीं जब जेल में बंद किसी खास लोगों के लिए कांग्रेस नेता पीएम को पत्र लिखा है। इससे पहले उन्होंने भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार माओवादी समर्थक तेलुगू कवि वरवरा राव समेत कई और को जेल से मुक्त करने की मांग की थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.