Raksha Bandhan 2020 : पेड़ों को राखी बांधकर उनकी रक्षा का लिया गया प्रण
पेड़ों को राखी बांधकर उनकी रक्षा का लिया गया प्रण कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र में प्रधान से लेकर विशेष अतिथि तक के तौर पर पेड़ों का ही उल्लेख।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। रक्षाबंधन पर पेड़ों को राखी बांधकर उनकी रक्षा का प्रण लिया गया। 'संवेदन' नामक गैर सरकारी संगठन की तरफ से यह अनूठी पहल की गई। उत्तर कोलकाता के शोभाबाजार फेरी घाट के पास आयोजित हुए इस कार्यक्रम को 'प्राणों के लिए राखी' नाम दिया गया था। कार्यक्रम के लिए जो निमंत्रण पत्र तैयार किया गया था, वह भी अनूठा था। उसमें प्रधान से लेकर विशेष अतिथि तक के तौर पर पेड़ों का ही उल्लेख था।
संगठन के एक सदस्य ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में पेड़ों की महत्वपूर्ण भूमिका है। पर्यावरण अच्छा रहेगा, तो ही मनुष्य ठीक रहेंगे और मानव सभ्यता की भी रक्षा होगी इसलिए हमने रक्षाबंधन के पवित्र अवसर पर पेड़ों को राखी बांधकर उनकी रक्षा करने का प्रण लिया है।
आम, जामुन, नीम समेत विभिन्न पेड़ों को राखी बांधी गई। गौरतलब है कि हाल में आए चक्रवाती तूफान 'एम्फन' से कोलकाता में हरियाली को काफी नुकसान पहुंचा है। सैकड़ों पेड़ उखड़ गए। इसे देखते हुए संगठन में पेड़ों की रक्षा के लिए अनोखी मुहिम रक्षाबंधन के जरिए शुरू की है।
संगठन के सदस्य ने कहा कि जिस तरह से बहने भाइयों के कलाई पर राखी बांधकर अपने सुरक्षा का वचन भाइयों से लेती है ठीक उसी तरह रक्षाबंधन के इस पावन त्योहार पर सोमवार को कई वृक्षों को रक्षा सूत बांधकर उन्हे बचाने का संकल्प लिया गया।
उपस्थित लोगों ने यह प्रण लिया कि जिस प्रकार से घर परिवार के सदस्यों की रक्षा करना सभी की जिम्मेवारी होती है। उसी तरह से हमें प्राणवायु देने वाले पेड़ों की सुरक्षा करना भी हमारा दायित्व है। जिसे हर हाल में निभाया जाए। इस मौके पर पेड़ों के मनुष्य के जीवन में महत्व पर भी रौशनी डाली गई व इस बात पर चर्चा की गई कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में पौधे लगाने चाहिए। साथ ही पौधों के महत्व लोगों को बताते हुए अन्य लोगों को भी प्रेरित करना चाहिए।
संगठन के सदस्य ने कहा कि भरसक यह प्रयास किया जाए कि हरे पेड़ों को किसी भी सूरत में कटने नहीं दिया जाए। इसके साथ ही कोशिश हो कि अपने जीवन में पांच पौधे लगाकर इस पौधोरोपण कार्य के लिए दूसरों को भी प्रेरित किया जाए। पेड़ पौधों का महत्व मानव के जीवन के प्रारंभ से लेकर अंत समय तक जुड़ा हुआ है। जिससे हम इंकार नहीं कर सकते है। यह वातावरण को शुद्ध करने के साथ ही कई तरह के रोगों से भी मुक्ति देता है।