कोरोना संक्रमित 60 वर्षीय महिला सीधे पहुंची थाना, कहा- मुझे अस्पताल में भर्ती कराएं
दरअसल कोविड-19 की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद महिला को जैसे ही पता चला कि वह कोरोना संक्रमित है वह डरी नहीं बल्कि हिम्मत के साथ रिसड़ा थाना पहुंच गई।
राज्य ब्यूरो, कोलकता: आज कोरोना के आतंक से पूरी दुनिया डरा हुआ है। परंतु कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ इस महामारी से डरना नहीं बल्कि लड़ना है इस बात को समाज के बीच लाने के लिए एक वृद्धा ने मिसाल पेश की है। बंगाल के हुगली जिले के रिसड़ा शहर की रहने वाली कोरोना संक्रमित इस 60 वर्षीय महिला के जज्बे को देख पुलिस भी दंग है। साहस के साथ कोरोना से अपने जीवन की जंग लड़ने वाली इस वृद्धा की हिम्मत की पुलिस भी दाद दे रही है।
दरअसल, कोविड-19 की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद महिला को जैसे ही पता चला कि वह कोरोना संक्रमित है वह डरी नहीं बल्कि हिम्मत के साथ रिसड़ा थाना पहुंच गई। महिला ने थाना प्रभारी प्रबीर दत्ता से कहा कि सर मैं कोरोना संक्रमित हूँ, मुझे अस्पताल में भर्ती कराने का इंतजाम करें। पीड़िता की इस बात को सुनते ही रिसड़ा थाना प्रभारी ने आनन-फानन में पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ तुरंत कोरोना वायरस से संक्रमित इस महिला को श्रीरामपुर कोविड अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका उपचार चल रहा है।
महिला के साहस की हर ओर चर्चा
इधर, महिला के इस साहस की हर ओर चर्चा हो रही है। मालूम हो कि रिसड़ा तीन नंबर गवर्नमेंट क्वार्टर की रहने वाली यह महिला लॉकडाउन के पहले से ही हावड़ा जिले के बी गार्डन स्थित अपने बेटी के यहां गई थी। पीत की थैली में समस्या होने के कारण वह कुछ दिनों से एक गैर सरकारी नर्सिंग होम में भर्ती थी। डॉक्टर ने उसे पीत की थैली का ऑपरेशन कराने की सलाह दी थी।
ऑपरेशन के पहले चिकित्सकों ने उन्हें कई तरह की जांच कराने को कहा। इसमें कोरोना की भी जांच शामिल था। आज जब वह रिपोर्ट लेने पहुंची तो उन्हें पता चला कि वे कोविड-19 से संक्रमित हैं। इसके बाद 60 वर्षीय इस महिला ने हिम्मत के साथ हावड़ा से अपने दमाद को लेकर सीधे रिसड़ा थाने पहुंची और पुलिस अधिकारी को कहा कि मैं कोरोना वायरस से संक्रमित हूँ आप मुझे अस्पताल में भर्ती कराएं। थाना प्रभारी का कहना है अस्पताल जाते समय पीड़िता ने साहस के साथ कहा कि मैं जल्द ही कोरोना को मात देकर वापस आऊंगी।