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बंगाल में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों, सरकारी बसों व ऑटो की आवाजाही हुई शुरू, 11 ट्रेनें पहुंची बंगाल

लॉकडाउन के चलते करीब 2 महीने से ज्यादा समय से देश के विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी श्रमिकों व अन्य लोगों की स्पेशल ट्रेनों के जरिए वापसी शुरू हुई।

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 07:17 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 07:17 PM (IST)
बंगाल में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों, सरकारी बसों व ऑटो की आवाजाही हुई शुरू, 11 ट्रेनें पहुंची बंगाल
बंगाल में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों, सरकारी बसों व ऑटो की आवाजाही हुई शुरू, 11 ट्रेनें पहुंची बंगाल

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोरोना के बढ़ते के प्रकोप, चक्रवाती तूफान एम्फन से हुई तबाही व लॉकडाउन के बीच बंगाल में बुधवार से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की आवाजाही के साथ 40 रूटों पर सरकारी बसों के अलावा ऑटो सेवा शुरू हो गई। लॉकडाउन के चलते करीब 2 महीने से ज्यादा समय से देश के विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी श्रमिकों व अन्य लोगों की स्पेशल ट्रेनों के जरिए वापसी शुरू हुई। बताया गया कि पहले दिन 11 स्पेशल ट्रेनें बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में पहुंची। गुरुवार को 17 स्पेशल ट्रेनें यहां पहुंचने की बात है। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र से ही सबसे ज्यादा 41 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें यहां आने की बात है।

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राज्य सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे अपने लोगों की वापसी के लिए 225 स्पेशल ट्रेनों की अनुमति दी है जिनमें से 19 पहले ही आ चुकी है जबकि चरणबद्ध तरीके से 206 ट्रेनें बुधवार से आनी शुरू हुई। पिछले सप्ताह आए एम्फन चक्रवात से हुई भारी तबाही की वजह से राज्य सरकार ने 26 मई तक स्पेशल ट्रेनों की आवाजाही बंद रखने की अपील की थी। जिसके बाद दोबारा यह शुरू हुई। दूसरी ओर, राज्य परिवहन विभाग की ओर से 40 रूटों पर बस सेवाएं भी शुरू की गई। इसके अलावा कोलकाता सहित अन्य शहरों में 2 यात्रियों के साथ ऑटो सेवा भी शुरू हुई। पश्चिम बंगाल परिवहन निगम (डब्ल्यूबीटीसी) ने लॉकडाउन के चौथे चरण में अधिक सरकारी एवं निजी कार्यालयों के खुलने के मद्देनजर बुधवार से बस सेवाएं बढ़ाई। डब्ल्यूबीटीसी ने प्रबंधक निदेशक की ओर से जारी एक अधिसूचना के अनुसार वातानुकूलित सहित बाकी बसें कोलकाता सहित उपनगर और जिलों में सुबह सात बजे से शाम सात बजे के बीच 40 मार्गों पर चलेंगी। कहा गया कि बसों में यात्रियों की संख्या बस के आकार, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा मापदंडों पर निर्भर करती है।

परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण बंगाल राज्य परिवहन निगम (एसबीटीसी) और उत्तर बंगाल राज्य परिवहन निगम ने भी विभिन्न मार्गों पर सेवाएं बहाल कर दी हैं। डब्ल्यूबीटीसी इससे पहले लॉकडाउन के दौरान आपात सेवाओं तथा स्वास्थ्य कर्मियों की मदद के लिए कुछ प्रमुख मार्गों पर थोड़ी बहुत बसें ही चला रही थी।अधिकारियों ने बताया कि कम कर्मचारियों के साथ अब कार्यालय फिर से खुल रहे हैं इसलिए शहर में अब 15 मार्गों पर बस सेवाएं बढ़ाई गई हैं। कोलकाता और उसके उपनगर के कई इलाकों में ऑटो रिक्शा भी सड़कों पर नजर आए। सरकार के ऑटो रिक्शा में केवल दो लोगों को ही बैठाने और सामाजिक दूरी के नियम के कारण कई ऑटो वाले कथित तौर पर दोगुने पैसे ले रहे हैं। वहीं, बंगाल सरकार के किराया बढ़ाने की मांग स्वीकार ना करने की वजह से निजी बस संचालकों ने अभी तक अपनी सेवाएं बहाल नहीं की है।


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