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नाव से बांग्लादेश भेजी जा रही 3,100 फेंसिडिल की बोतलें बीएसएफ ने पकड़ी

BSF जवानों ने बंगाल में भारत बांग्लादेश- सीमा इलाके में तस्करी को नाकाम करते हुए गंगा नदी के रास्ते नाव से बांग्लादेश ले जाए जा रहे 3100 फेंसिडिल की बोतलों की बड़ी खेप जब्त किया ह

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 09:47 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 09:36 AM (IST)
नाव से बांग्लादेश भेजी जा रही 3,100 फेंसिडिल की बोतलें बीएसएफ ने पकड़ी
नाव से बांग्लादेश भेजी जा रही 3,100 फेंसिडिल की बोतलें बीएसएफ ने पकड़ी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोरोना संकट के बीच सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल में भारत बांग्लादेश- सीमा इलाके में तस्करी को नाकाम करते हुए गंगा नदी के रास्ते नाव से बांग्लादेश ले जाए जा रहे 3,100 फेंसिडिल की बोतलों की बड़ी खेप जब्त किया है। मालदा सेक्टर अंतर्गत बीओपी निमतिता में तैनात 78वीं बटालियन के जवानों ने 25/26 मई की देर रात एक विशेष ऑपरेशन चलाकर इसे जब्त किया। जब्त फेंसिडिल का मूल्य करीब 4.77 लाख रुपये है।‌फेंसिडिल की बोतलों के साथ लकड़ी की नाव को भी जब्त किया गया है जिसका बाजार मूल्य करीब 5.50 लाख रुपये है।

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बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय की ओर से मंगलवार को जारी एक बयान में बताया गया कि इतनी बड़ी मात्रा में फेंसिडिल की खेप को अमोद कुमार, सहायक समादेष्टा/कंपनी कमांडर, बीओपी निमतिता द्वारा अपनी टीम के साथ सावधानीपूर्वक योजना बनाकर अंजाम दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार देर रात लगभग 2:15 बजे जवानों ने बीपी नंबर 7/9-एस के पास गंगा नदी में एक नाव में तस्करों की गतिविधि देखी और सटीकता और संयम के साथ ऑपरेशन को अंजाम दिया। बीएसएफ टीम की त्वरित कार्रवाई के कारण 3,100 फेंसिडिल की बोतलों के साथ लकड़ी की नाव जब्त हुई। हालांकि तस्कर अंधेरे और नदी के किनारे जंगली वनस्पति का लाभ उठाकर भाग निकला। इधर, फेंसिडिल की इतनी बड़ी खेप की जब्ती पर बीएसएफ के मालदा सेक्टर के डीआइजी संजय गौड़ एवं 78वीं बटालियन के कमांडेंट विजय कुमार सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने इलाके में तस्करी रोकने का प्रण ले रखा है। आगे भी इस इलाके में हमारे सजग जवान किसी प्रकार की भी तस्करी की घटना को सफल नहीं होने देंगे।

बीएसएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए जब्त फेंसिडिल की बोतलों को संबंधित थाने को सौंप दिया है। उल्लेखनीय है कि कोरोना संकट के बीच इस विषम परिस्थिति में भी अंतरराष्ट्रीय सीमा के जरिए मादक पदार्थों की होने वाली तस्करी के खिलाफ बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवान चौबीसों घंटे मुस्तैद होकर लगातार तस्करी की घटनाओं को नाकाम कर रहे हैं। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर द्वारा इस साल अबतक 1,09,997 फेंसिडिल की बोतलें जब्त किया जा चुका है, जब उसे बांग्लादेश में तस्करी का प्रयास किया जा रहा था।

बीएसएफ डीआइजी ने ड्रग कंट्रोलर व दवा कंपनी को पत्र लिखकर दर्ज कराई शिकायत

इधर, कोलकाता में बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआइजी व वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि हमने ड्रग्स कंट्रोलर, कोलकाता, पुलिस अधीक्षक- सोलन (हिमाचल प्रदेश) तथा दवा कंपनी अब्बोट के प्राधिकारी को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई है कि इतनी अधिक मात्रा में यह फेंसिडिल जो कि तस्करी के लिए इस्तेमाल हुई है किस डिस्ट्रीब्यूटर अथवा वितरक के लिए कंपनी ने जारी की थी। उन्होंने कहा कि नियमानुसार यह कफ सिरप चिकित्सक द्वारा प्राधिकृत करने पर ही मरीज को प्रदान की जाती है। ऐसे में बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर तस्करों के पास इतनी बड़ी मात्रा में फेंसिडिल कैसे पहुंच रही है।

बता दें कि बांग्लादेश में खासकर सीमावर्ती क्षेत्र के लोग फेंसिडिल का नशे के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। सीमा की सुरक्षा में तैनात बीएसएफ लगातार फेंसिडिल की तस्करी को नाकाम कर रही है, ताकि उन तक यह नहीं पहुंच पाए। बीएसएफ इसकी तस्करी रोकने को पूरी तरह प्रतिबद्ध है, लेकिन इसके साथ तस्करों तक फेंसिडिल नहीं पहुंचे इसको लेकर सरकार व प्रशासन को भी इमानदारी से ध्यान देना होगा। साथ ही इसके निर्माण से जुड़ी दवा कंपनियों, डिस्ट्रीब्यूटर व वितरकों पर भी निगरानी रखने की जरूरत है, ताकि यह गलत हाथों में नहीं पहुंचे। इस अवैध रैकेट में जो शामिल है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के बाद ही इस पर अंकुश लग सकता है।


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