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Emphon cyclone affect: बंगाल के 16 जिलों के छह करोड़ लोग हुए प्रभावित : गृह सचिव

एम्फन की तबाही 16 जिलों में देखने को मिली और 86 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि जोखिम वाले स्थानों से लगभग 8.13 लाख लोगों को बचाव के तहत उनके घरों से हटाया गया था।

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 09:21 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 09:48 AM (IST)
Emphon cyclone affect: बंगाल के 16 जिलों के छह करोड़ लोग हुए प्रभावित : गृह सचिव
Emphon cyclone affect: बंगाल के 16 जिलों के छह करोड़ लोग हुए प्रभावित : गृह सचिव

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के गृह सचिव अलापन बंद्योपाध्याय ने मंगलवार को कहा कि पिछले सप्ताह आए विनाशकारी एम्फन चक्रवात से राज्य के 16 जिलों के 6 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। ‌राज्य सचिवालय नबान्न में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में  उन्होंने कहा कि एम्फन की तबाही 16 जिलों में देखने को मिली और 86 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि जोखिम वाले स्थानों से लगभग 8.13 लाख लोगों को बचाव के तहत उनके घरों से हटाया गया था। इनमें से तीन लाख लोगों को अभी भी कैंपों में रखा गया है।

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गृह सचिव ने कहा कि एम्फन की वजह से कई इलाकों में बिजली व जल सेवा बाधित हुई, हालांकि अधिकतर स्थानों पर इन सेवाओं को बहाल कर दिया गया है। राज्य में विभिन्न स्थानों पर बिजली परिसेवा को दुरुस्त करने के लिए बिजली कंपनियां दिन- रात जुटी हैं। उन्होंने कहा कि वेस्ट बंगाल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड (डब्ल्यूबीएसइडीसीएल) ने बताया है कि क्षतिग्रस्त बिजली के 58 सब स्टेशनों को ठीक कर लिया गया है। इसके साथ 273 डिस्ट्रिब्यूशन सब स्टेशनों में से 259 को ठीक कर लिया गया है।  103 म्यूनिसिपल क्षेत्रों में से 94 में बिजली परिसेवा को बहाल कर दिया गया है। जिन नौ क्षेत्रों में अभी भी समस्या है उनमें मुदियाली, बजबज, अशोकनगर सहित अन्य इलाके हैं। इन इलाकों में भी विद्युत परिसेवा बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किये जा रहे हैं। बंदोपाध्याय ने बताया कि हुगली में 90 फीसदी स्थानों पर बिजली बहाल कर दी गयी है। पूर्व मेदिनीपुर के ग्रामीण इलाकों में भी आधे से अधिक स्थानों पर बिजली आ गई है।

नदिया में भी स्थिति में सुधार हुआ है। उत्तर 24 परगना व दक्षिण 24 परगना में चक्रवात का ज्यादा असर देखा गया है, वहां युद्धस्तर पर कार्य हो रहा है। उन्होंने बताया कि सीइएससी की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक कोलकाता के दक्षिण पूर्वी उपनगर जैसे पंचसायर, सर्वे पार्क तथा दक्षिण पश्चिम उपनगर जैसे बेहाला में उन्हें सेवा बहाल करने में काफी चुनौती मिल रही है। वहां वह लगातार काम कर रहे हैं। गृह सचिव ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से भी उन पर दबाव डाला जा रहा है। कस्बा, नेताजीनगर, पाटुली, राजाबाजार, पर्णश्री इलाकों में टीमें जुटी हुई हैं। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर डब्ल्यूबीएसइडीसीएल तथा सीइएससी से मिली जानकारी के मुताबिक जलापूर्ति व निकासी पंपिंग स्टेशनों एवं सभी बड़े अस्पतालों में बिजली सेवा बहाल कर दी गयी है। 

50 लाख पानी के पाउच का किया गया वितरण 

गृह सचिव ने बताया कि राज्य के जन स्वास्थ्य व अभियांत्रिकी (पीएचई) विभाग की ओर से चक्रवात प्रभावित इलाकों में लगातार पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। करीब 50 लाख पानी के पाउच का अबतक वितरण किया गया है। पीएचई के 500 टैंकरों से भी पानी की आपूर्ति की जा रही है। पाइप वाटर करीब 60 फीसदी दुरुस्त कर लिया गया है। 

इस संबंध में विभिन्न जिलों के डीएम से भी बात हुई है। पूर्व मेदिनीपुर के डीएम ने बताया है कि दीघा समेत विभिन्न शहरों में बिजली परिसेवा सामान्य है।  करीब 5500 लोगों को कैंपों में रखा गया है। दक्षिण 24 परगना के डीएम ने बतयाा है कि पुजाली छोड़ कर ज्यादातर स्थानों में बिजली परिसेवा सामान्य है।  एकाध अस्पताल छोड़ कर सभी अस्पतालों में बिजली है। उल्लेखनीय है कि एम्फन चक्रवात ने बंगाल के कई जिलों में भारी तबाही मचाई है। खासकर कोलकाता, उत्तर व दक्षिण 24 परगना एवं पूर्व मेदिनीपुर जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। अभी भी कई ऐसे इलाके हैं जहां बिजली व जलापूर्ति सेवा बहाल नहीं हो पाई है। इसको लेकर विरोध प्रदर्शन भी हो रहा है।


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