West Bengal: तस्करों के अजब तरीके, बीएसएफ ने खिचड़ी भरे पतीला के अंदर से बरामद की 45 फेंसिडिल की बोतलें
तस्करों के यह अजब तरीके देखकर दंग रह जाएंगे आप खिचड़ी के अंदर फेंसिडिल की बोतलें छिपाकर की जा रही थी तस्करी
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में इस समय लॉकडाउन है, लेकिन इस महामारी के समय में भी मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले अपराधी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षाबलों की नजरों से बचने के लिए तस्कर हमेशा कई अजब- गजब तरीके अपनाकर तस्करी का प्रयास करते हैं।
लेकिन लॉकडॉउन के बीच बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर सजग सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने तस्करी के एक ऐसे मामले का पर्दाफाश किया है जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे। जवानों ने यहां खिचड़ी से भरे पतीला में छिपाकर रखी गई फेंसिडिल की दर्जनों बोतलें पकड़ी है जिसे बांग्लादेश में तस्करी की जानी थी।
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि पहली बार इस तरह की तस्करी पकड़ी गई है जिसको देखकर हमलोग भी हैरत में पड़ गए हैं। उन्होंने बताया- वैसे तस्कर नित्य नए तरीके से तस्करी करने का प्रयास करते हैं। जैसे फेंसिंग के ऊपर से फेंसिडिल की बोतलें फेंकना, फेंसिंग गेट के माध्यम से फसल के बीज में फेंसिडिल की बोतलें छिपाकर ले जाना, महिलाओं द्वारा अपने गुप्तांगों में बोतलें छिपाकर ले जाना इत्यादि।
लेकिन शुक्रवार को हद तब हो गई जब मुर्शिदाबाद के दयारामपुर सीमा चौकी इलाके में जीरो लाइन पर खेतों में काम कर रहे किसानों को फेंसिंग गेट के माध्यम से भोजन पहुंचाने के नाम पर ले जाए जा रहे खिचड़ी से भरे एक बड़े पतीला से करीब 7,000 रुपये मूल्य की फेंसिडिल की 45 बोतलें पकड़ी गई। उन्होंने बताया कि शक होने पर वहां सुरक्षा में तैनात 141वीं बटालियन के जवानों ने खिचड़ी से भरे पतीला में हाथ देकर तलाशी ली तो इसके अंदर फेंसिडिल की बोतलें देखकर हैरत में पड़ गए।
इसके बाद तस्कर काजल प्रमाणिक (55) को गिरफ्तार कर लिया। डीआइजी ने बताया कि इस कार्रवाई के बाद यूनिट कमांडेंट सत्यवान खोंची ने अपने मुस्तैद व सजग दोनों जवानों- हेड कांस्टेबल के सरवनन व कॉन्स्टेबल प्रताप सिंह, जिन्होंने यह तस्करी पकड़ी को कैश रिवार्ड देकर सम्मानित किया। यूनिट कमांडेंट के अनुसार इसके बाद स्थानीय थाने में एफआइआर दर्ज कराकर आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए गिरफ्तार तस्कर व जब्त फेंसिडिल की बोतलों को सौंप दिया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तस्कर स्थानीय पारसपुर, दयारामपुर गांव का ही निवासी है।
जवान करते हैं किसानों की सुरक्षा और खेती की आड़ में की जाती है तस्करी
डीआइजी गुलेरिया ने बताया कि बॉर्डर के ऊपर किसान लोग जीरो लाइन के पास जब खेती-बाड़ी करने जाते हैं तो हमारे जवान उनकी सुरक्षा करते हैं ताकि आगे उनको कोई खतरा ना हो। साथ ही उनकी फसल समय पर कट जाए। यानी सभी प्रकार की मदद बीएसएफ करती है। उन्होंने बताया कि खेतों में काम करने वाले किसानों को खाना-पीना देने के लिए उनके लोग जाते हैं। उसी में आज उनके खाने के लिए ले जाए जा रहे खिचड़ी के एक बड़े पतीले से फैंसिडिल की बोतलें पकड़ी गई।
डीआइजी ने बताया कि हमारे जवान किसानों की सुरक्षा करते हैं, लेकिन उल्टे खेती की आड़ में तस्कर नित्य नए तरीके आजमाकर तस्करी का प्रयास कर रहे हैं।