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West Bengal Coronavirus Lockdown effect:लॉकडाउन की वजह से हाई कोर्ट ने की स्काइप पर सुनवाई

कलकत्ता हाई कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बुधवार को 10 मुकदमों की हुई सुनवाई।लॉकडाउन की वजह से हाई कोर्ट ने की स्काइप पर सुनवाई

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 02 Apr 2020 02:55 PM (IST)Updated: Thu, 02 Apr 2020 02:55 PM (IST)
West Bengal Coronavirus Lockdown effect:लॉकडाउन की वजह से हाई कोर्ट ने की स्काइप पर सुनवाई
West Bengal Coronavirus Lockdown effect:लॉकडाउन की वजह से हाई कोर्ट ने की स्काइप पर सुनवाई

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोरोना से निपटने को लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में पहली बार कलकत्ता हाई कोर्ट में बुधवार को स्काइप पर मुकदमे की सुनवाई हुई। मुख्य न्यायाधीश टीबी राधाकृष्णन और न्यायाधीश दीपांकर दत्त की पीठ ने अंडमान निकोबार द्वीप समूह में लोगों तक कैसे राहत सामग्री पहुंचाई जा सकती है, इस मामले पर सुनवाई की। उनके साथ दो अन्य न्यायाधीश भी शामिल थे।

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बताते चलें कि लॉकडाउन की वजह से पूरा राज्य ठप है। यहां तक कि न्यायिक व्यवस्था भी प्रभावित है। क्योंकि वकील से लेकर याचिकाकर्ता तक न्यायालय नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसलिए इस उत्पन्न समस्याओं में भी कोर्ट की कार्यवाही चले इसके लिए उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस ने पहली दफा वीडियो कांफ्रेंस के जरिए पूरे मामले की सुनवाई की।

वर्तमान हालात में अंडमान के दूरदराज वाले इलाकों में राहत सामग्री नहीं पहुंचने का आऱोप लगाते हुए एक व्यक्ति ने हाईकोर्ट मे याचिका दाखिल की है। उसी याचिका पर बुधवार को सुनवाई हुई। उस व्यक्ति के वकील ने स्काइप पर पोर्ट ब्लेयर के उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों से संपर्क किया। केंद्र सरकार का एक वकील इस मामले में दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। दूसरी ओर केंद्र सरकार के अधिवक्ता के सहयोगी वकील गोवा से शामिल हुए। इसके अलावे जस्टिस दीपांकर दत्त और जस्टिस जयमाल्य बागची ने स्काइप पर छह और मामलों की सुनवाई की। चार और मामलों की सुनवाई जस्टिस आईपी मुखर्जी ने की।

इस दिन, स्काइप पर सुबह 10 से दोपहर 1:30 बजे तक उच्च न्यायालय में 1० मामलों पर सुनवाई हुई। हालांकि, इस दिन सुनवाई के दौरान न्यायाधीशों ने वकीलों को एक विशेष संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि अक्सर ही आप लोग काम बंद कर देते हैं लेकिन जो स्थिति है उसमें ऐसा नहीं हो सकेगा। क्योंकि इससे याचिकाकर्ताओं को परेशानी होगी। इसीलिए यह व्यवस्था सुचारू चले यह सुनिश्चित करने की जरूरत है। 


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