kolkata lockdown: लॉक डाउन के उल्लंघन से परेशान लोगों ने स्वयं संभाला मोर्चा-निगरानी के लिए बनी एक विशेष कमेटी
विदेशों के बाद देश में भी कोरोना वायरस के संक्रमण ने काफी तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है।पश्चिम बंगाल में भी कोरोना वायरस के 1 दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। विदेशों के बाद देश में भी कोरोना वायरस के संक्रमण ने काफी तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है।पश्चिम बंगाल में भी कोरोना वायरस के 1 दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। एक मरीज की भी तो मौत भी हो चुकी है। इधर, सिलीगुड़ी सहित पूरे उत्तर बंगाल में कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया था। जिसके कारण लोग इतने अधिक नहीं डर रहे थे। लेकिन शनिवार को कलिमपोंग की रहने वाली एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। महिला उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती थी। वह सिलीगुड़ी भी आई थी और कई स्थानों पर गई थी।
यह मामला सामने आने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। लोग काफी डरे हुए हैं। इसलिए विभिन्न स्तरों पर अपने तरीके से लॉकडाउन को प्रभावी करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसी क्रम में चैंपसारी से कुछ किलोमीटर दूर स्थित मिलन मोड - देवीड़ंगा सड़क को स्थानीय लोगों ने बांस का घेरा देकर बंद कर दिया है। इस रूट पर रविवार सुबह से किसी भी प्रकार के वाहनों की आवाजाही नहीं होने दी जा रही है। सिर्फ इमरजेंसी सेवाओं को ही छूट दी गई है। गाड़ियों की आवाजाही नहीं हो सके, इसकी निगरानी के लिए एक कमेटी भी बनाई गई है।
मिली जानकारी के अनुसार देवीड़ंगा से आगे जाते ही मिलन मोड, कोलाबारी, गुलमा आदि बस्तियां हैं। यहां की आबादी करीब 50,000 से अधिक होगी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि लॉकडाउन के बाद भी इस इलाके में काफी वाहनों की आवाजाही चल रही है। खासकर बाइक सवार लगातार आ- जा रहे हैं। बाहर से कई युवक बाइक लेकर इस इलाके में चले आते हैं। ऐसे में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए सड़क को बंद कर दिया गया है। मिलन मोड़ व्यवसाई समिति के कोषाध्यक्ष रोशन छेत्री का कहना है कि इमरजेंसी सेवाओं को छूट रहेगी। जहां सड़क को बंद किया गया है वहीं एक बोर्ड भी लगाया गया है। जिसमें कुछ फोन नंबर दिए गए हैं। एंबुलेंस, पुलिस आदि की गाड़ी यदि इस इलाके में आती है तो उन नंबरों पर फोन करना होगा. उसके बाद जो कमेटी बनी है उस कमेटी के सदस्य आएंगे और सड़क को खोल देंगे. रोशन छेत्री ने आगे कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा काफी बढ़ गया है. इसलिए सावधानी तो हर हाल में बरतनी होगी. लोगों को अपने घरों में ही रहना चाहिए. लेकिन ऐसे लोगों की संख्या भी कम नहीं है जो अपनी जिंदगी तो जोखिम में डाल ही रहे हैं साथ ही दूसरे की जिंदगी से भी खेल कर रहे हैं. इसी कारण बाहरी लोगों का प्रवेश रोकने के लिए ही इस सड़क को बंद कर दिया गया है।