West Bengal Coronavirus: लॉकडाउन के आदेश का उल्लंघन करने वालों से सख्ती से निपट रही ममता सरकार
लॉकडाउन के आदेश का उल्लंघन करने वालों से बंगाल की ममता सरकार सख्ती से निपट रही है। बेवजह बाहर घूम रहे 10003 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। लॉकडाउन के आदेश का उल्लंघन करने वालों से बंगाल की ममता सरकार सख्ती से निपट रही है। बेवजह बाहर घूम रहे 1003 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। कई लोगों को चेतावनी देकर भी छोड़ा गया है। कोलकाता समेत बंगाल के सभी 23 जिलों के प्रमुख शहरों एवं उपनगरों के महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिसकर्मी लगातार गश्त लगा रहे हैं।
लाउडस्पीकर पर उद्घोषणा कर लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है, हालांकि लोगों का एक वर्ग अभी भी बाज नहीं आ रहा। कोलकाता में पार्क सर्कस, टालीगंज, सियालदह, मौलाली, खिदिरपुर, टेंगरा, बालीगंज समेत विभिन्न इलाकों से खुले में घूम रहे लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कोलकाता से सटे हावड़ा में भी बाहर घूम रहे 117 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कई जगहों पर सादे पोशाक में भी पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, हालांकि पुलिस की इतनी कड़ाई के बावजूद लोगों का एक वर्ग बाज नहीं आ रहा।
नदिया जिले के राणाघाट इलाके में मंगलवार को बहुत से लोगों को आम दिनों की तरह सड़क पर घूमते-फिरते देखा गया। पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया और बाकियों को चेतावनी देकर घर भेजा। उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के बाजारों में सुबह के समय लोगों की भीड़ देखी गई। उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना, हुगली, पूर्व एवं पश्चिम बर्द्धमान, उत्तर एवं दक्षिण दिनाजपुर, मालदा, मुर्शिदाबाद, पुरुलिया समेत विभिन्न जिलों की कुछ जगहों पर भी ऐसी ही स्थिति देखी गई।
मुसीबत में फंसे कई यात्री, बसों से पहुंचाया गया घर
कोरोना के जानलेवा आतंक के चलते राज्य भर में जारी लॉक-डाउन के मद्देनजर यहां सिलीगुड़ी में डूआर्स व अन्य इलाकों के कई यात्री फंसे हुए थे। यहां लॉक-डाउन के कारण उनका बुरा हाल था। वे लोग सिलीगुड़ी जंक्शन के निकट किसी वाहन की तलाश में थे कि किसी तरह कोई वाहन मिल जाए और वे अपने घर घर जा पाएं। अंततः प्रशासन ने उनकी मदद की। नॉर्थ बंगाल स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनबीएसटीसी) की तीन बसों की व्यवस्था कर उन सभी को घर भेजा गया।
उनमें से ज्यादातर लोग दैनिक श्रमिक थे। उन्होंने बताया कि वे लोग केरल से लौटे हैं। वहां केरल में दैनिक श्रमिक का काम करते थे। पर, कोरोना के संक्रमण के खौफ के चलते सब कामकाज बंद हो गया। उन्हें लौटना पड़ा। केरल से कोलकाता पहुंचने के बाद गत रविवार को ही उन लोगों ने हावड़ा के निकट सांतरागाछी से ट्रेन पकड़ा था। वे लोग सोमवार को एनजेपी पहुंचे। मगर, यहां लॉक-डाउन के मद्देनजर अटक कर रह गए। इस दिन जगह-जगह भटकने के बावजूद उन्हें कोई साधन नहीं मिल पा रहा था। पर, जब प्रशासन को यह खबर मिली तो प्रशासन ने उन्हें घर पहुंचाने के लिए तीन बसों की व्यवस्था की। इसके प्रति उन लोगों ने प्रशासन का हार्दिक आभार जताया।