Coronavirus: कोरोना के डर से भागा और करोड़पति बन गया कारपेंटर
ऐसे ही बंगाल के एक कारपेंटर को भी केरल में अपना काम बंद कर गांव लौटना पड़ा लेकिन अच्छी बात यह है कि एक लॉटरी ने उसकी किस्मत बदल दी। एक लॉटरी ने उसे करोड़पति बना दिया है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पूरे विश्व में कोरोना वायरस से हड़कंप मचा है। भारत में रविवार को ‘जनता कर्फ्यू ’ के बाद बंगाल समेत कई राज्यों में सोमवार से लॉकडाउन शुरू हो गया। संक्रमित लोगों की संख्या के साथ-साथ मौत के आंकड़े भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। भारत सरकार अपनी तरफ से इस पर लगाम कसने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। कोरोना वायरस के चलते देशभर में लोगों को अपने कामकाज बंद कर गांवों को लौटना पड़ रहा है। इससे लोगों का रोजगार जा रहा है और परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है।
ऐसे ही बंगाल के एक कारपेंटर को भी केरल में अपना काम बंद कर गांव लौटना पड़ा लेकिन अच्छी बात यह है कि एक लॉटरी ने उसकी किस्मत बदल दी। एक लॉटरी ने उसे करोड़पति बना दिया है। बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले का इजारुल केरल में कारपेंटर का काम करता था। वहां उसे दैनिक मजदूरी कर हजार से 1500 रुपये मिलते थे।
कोरोना के डर से वह गांव लौट आया। एक हफ्ते पहले तक गांव में रोजगार को लेकर परेशान था। इजारुल के घर में उसकी पत्नी, तीन बच्चों के अलावा मां और पिता हैं। इजारुल को एक दिन पहले पता चला कि उसकी लॉटरी लग गई है और वह करोड़पति बन गया है।
असल में कोरोना को लेकर अफरातफरी के बीच ही उसने लॉटरी का एक टिकट खरीदा था। उसे याद ही नहीं था कि उसने लॉटरी का टिकट खरीदा है। बाद में उसने पता चला तो अब वह बहुत खुश हैं। इसे कहते हैं किस्मत का खेल। एक ओर कोरोना वायरस से लोग आतंकित हैं। लाखों लोगों के रोजगार पर आफत है। वहीं इस कारपेंटर के लिए यह वरदान जैसा बन गया।
कोरोना के संक्रमण के मद्देनजर पार्क सर्कस से आंदोलनकारियों को हटाया गया
कोलकाता के मिनी शाहीन बाग पार्क सर्कस में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ पिछले ढाई महीने से आंदोलन कर रहे लोगों को पुलिस ने कल रात कोरोना के संक्रमण के मद्देनजर हटा दिया। पुलिस का कहना है कि लॉक डाउन को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है क्योंकि इस लॉक डाउन का मुख्य उद्देश्य कोरोना वायरस के प्रसार को रोकना है। बताते चलें कि कुछ दिन पहले ही आंदोलनकारियों नेे कहा था कि उनका आंदोलन जारी रहेगा।