सत्संग भवन में सनातन धर्म सम्मेलन
जागरण संवाददाता कोलकाता निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद जी महाराज क
जागरण संवाददाता, कोलकाता :
निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद जी महाराज की अध्यक्षता में महामंडलेश्वर स्वामी परमात्मानंद जी महाराज की परिकल्पना में सत्संग भवन में सनातन धर्म सम्मेलन के प्रथम दिन वेद - वेदान्त, गीता एवं चंडी पर विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त किये। महामण्डलेश्वर स्वामी विनयस्वरूपानन्द (मुंबई), महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद (हरिद्वार), महामंडलेश्वर विश्वेश्वरानंद (हरियाणा), महामंडलेश्वर अभयानंद (लखनऊ) एवं वक्ताओं ने वेद, उपनिषद, गीता के उपदेशों को जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी। महामंडलेश्वर परमात्मानन्द जी ने कहा स्वामी विवेकानन्द के सनातन हिन्दू धर्म पर विचार प्रेरक हैं। स्वामी वैद्यनाथानंद (बेलुड़ मठ), जयदीप मुखर्जी, अशोक कुमार बंद्योपाध्याय, दिलीप कुमार घोष, आचार्य श्रीकात शास्त्री, कृष्ण कुमार सिंघानिया एवं सभी अतिथियों का स्वागत सत्संग भवन के ट्रस्टी पंडित लक्ष्मीकांत तिवारी, रामेश्वरलाल भट्टड़, मुकेश शर्मा एवं कार्यकर्ताओं ने किया। महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद जी ने कहा कि विश्व में बहुसंख्यक प्राणियों में मानव जीवन ईश्वर की कृपा से मिला है। मानव जीवन परमात्मा से मिलने का साधन है। सासारिक मोह-माया, भौतिक सुख की चाहत में जकड़े मनुष्य को बंधन से आजाद कर मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करने का सरल माध्यम है वेदात ज्ञान। अशोक तिवारी, अभय पाडेय, बुलाकीदास मिमानी, राजू शर्मा एवं कार्यकर्ता सक्रिय रहे।