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एटीएम फर्जीवाड़े में रोमानियाई गिरोह के दो और सदस्य गिरफ्तार

एटीएम फर्जीवाड़े का जाल मध्यप्रदेश तक फैल चुका है। बंगाल में हुए एटीएम फर्जीवाड़े की जांच कर रही कोलकाता पुलिस ने मध्य प्रदेश के इंदौर से रोमानियाई गिरोह के दो और सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Aug 2018 08:00 AM (IST)Updated: Fri, 10 Aug 2018 08:00 AM (IST)
एटीएम फर्जीवाड़े में रोमानियाई गिरोह के दो और सदस्य गिरफ्तार
एटीएम फर्जीवाड़े में रोमानियाई गिरोह के दो और सदस्य गिरफ्तार

-इंदौर में दबोचे गए, दोनों को कोलकाता लाने की तैयारी

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-मुख्य सरगना 'नाना' से पूछताछ में हुआ दोनों के नाम का खुलासा

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जागरण संवाददाता, कोलकाता : एटीएम फर्जीवाड़े का जाल मध्यप्रदेश तक फैल चुका है। बंगाल में हुए एटीएम फर्जीवाड़े की जांच कर रही कोलकाता पुलिस ने मध्य प्रदेश के इंदौर से रोमानियाई गिरोह के दो और सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनके नाम एड्रियन और करनेल हैं। गुरुवार को इसकी जानकारी कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) प्रवीण त्रिपाठी ने दी। उन्होंने बताया कि फर्जीवाड़े की गुत्थी सुलझाने के लिए दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाकर पूछताछ की जाएगी। गत बुधवार को आव्रजन विभाग की मदद से भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे सौनोली से औरेल वोइसू उर्फ नाना नामक एक रोमानियाई नागरिक को गिरफ्तार किया गयाथा। वह रोमानिया के द्रोबेटा दीसरिविस के सेवेरीन स्ट्रीट लालेलोर का रहने वाला है और गिरोह का मुख्य सरगना है। पुलिस द्वारा लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद वह दिल्ली से नेपाल भागने की फिराक में था। नाना से पूछताछ में एड्रियन और करनेल के नामों का खुलासा हुआ। दोनों के इंदौर में होने की गुप्त सूचना भी मिली। इसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस की मदद से इस दिन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। गौरतलब है कि इससे पहले दिमिक्र कैलिन और उपरिया ओवीदीयू सिमियन नामक दो रोमानियाई नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में दोनों ने गत 11 जुलाई को नेपाल जाने की बात कबूल की है। वे दिल्ली से सड़क मार्ग से टैक्सी लेकर घूमने के इरादे से काठमांडू जाने की बात कह रहे हैं लेकिन पुलिस को उनकी बातों पर यकीन नहीं है। पुलिस को संदेह है कि उनके तार नेपाल से जुड़े हो सकते हैं।

मुख्य निशाने पर थे मॉल, अस्पताल और कॉलेज के पास लगे एटीएम

एड्रियन और करनेल से पूछताछ में पता चला है कि उनके मुख्य निशाने पर शॉपिंग मॉल, अस्पताल और कॉलेज पर पास लगे एटीएम काउंटर रहते थे क्योंकि यहां लोगों की अत्यधिक भीड़ रहती है, जो जल्दबाजी में रुपये निकालते हैं और लापरवाही से चले जाते हैं। इन जगहों से अधिक संख्या में एटीएम कार्ड का डेटा एकत्र हो जाता था, जिनकी क्लोनिंग कर बाद में रुपये निकाले जाते थे। गौरतलब है कि एटीएम फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद अब तक कुल आठ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। गत बुधवार को भी कोलकाता के एल्गिन रोड में स्थित एक एटीएम काउंटर में स्कीमर लगाते मुंबई गिरोह के तीन सदस्यों सुधीर राजन, रोहित नायर और सैयद सईद को गिरफ्तार किया गया था।


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