West Bangal: तृणमूल सांसद नुसरत-मिमी ने की हैदराबाद पुलिस की सराहना
तृणमूल कांग्रेस सांसद और बांग्ला फिल्म जगत की मशहूर अभिनेत्रियां नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती ने एनकाउंटर को लेकर हैदराबाद पुलिस की सराहना की है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। तृणमूल कांग्रेस सांसद और बांग्ला फिल्म जगत की मशहूर अभिनेत्रियां नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती ने एनकाउंटर को लेकर हैदराबाद पुलिस की सराहना की है। नुसरत ने पुलिस की प्रशंसा करते हुए ट्वीट किया-'आखिरकार दिशा के स्वजनों को न्याय मिला।
न्यायिक प्रणाली में न्याय दिलाने की जिम्मेदारी किसी न किसी को उठानी ही पड़ती है। समूचा देश इस घटना के विरोध में था। ऐसे में अपराधियों को जीवित रहने का कोई अधिकार नहीं था।' वहीं मिमी ने कहा-'अंत में दिशा की आत्मा को शांति मिली।' इसके साथ ही मिमी ने मुठभेड़ के बाद हैदराबाद पुलिस के साथ जश्न मना रहे लोगों का एक वीडियो भी साझा किया है।
दूसरी तरफ बांग्ला फिल्म अभिनेता प्रसेनजीत चटर्जी ने ट्वीट किया-'मेरी समझ में नहीं आया कि आरोपित कैसे पुलिस की गिरफ्त से भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन पुलिस ने जो किया, वह वाकई सराहनीय है।'
इंसानियत का शर्मसार करने वाली घटना
हैदराबाद सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी पुलिस एनकाउंटर में उसी जगह मारे गए हैं, जहां उन्होंने इंसानियत का शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम दिया था। इस घटना के बाद एक बार फिर महिला सुरक्षा को लेकर बहस शुरू हो गई। सड़क से संसद तक महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए। अब दुष्कर्म के आरोपियों के एनकाउंटर पर बहस छिड़ गई है।
जानकारी हो कि तेलंगाना के हैदराबाद के साइबराबाद में 27 नवंबर की देर रात को पशु चिकित्सक के साथ चार लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था। इसके बाद आरोपियों ने डॉक्टर को गला दबाकर मार दिया। फिर नेशनल हाइवे-44 पर अंडरपास के पास आरोपियों ने डॉक्टर को कंबल में जलाकर मार दिया। इस घटना ने देश को हिला कर रख दिया, साथ ही लोगों में जमकर आक्रोश था। ऐसे में लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली। दोषियों को पकड़कर फांसी देने की मांग की। इस दौरान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मृत डॉक्टर की फोटो भी खूब वायरल हुईं। इसमें डॉक्टर की जली हुई बॉडी का भी एक फोटो शेयर हुआ। यह फोटो काफी वीभत्स थी, जिसे देखना भी बड़ा मुश्किल था।
24 घंटे के अंदर आरोपी गिरफ्तार
पशु चिकित्सक के सामूहिक दुष्कर्म-मर्डर की वारदात में पुलिस ने चारों आरोपियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया था, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इसके बाद सड़क से संसद तक ये सामूहिक दुष्कर्म-मर्डर का मुद्दा गूंजा। महिलाओं की सुरक्षा और निर्भया फंड को लेकर भी सवाल उठने लगे।
26 साल की महिला डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में शादनगर कोर्ट ने 4 दिसंबर को सभी आरोपियों को 10 दिन की रिमांड पर भेज दिया। बताया गया कि सभी आरोपियों ने पुलिस कस्टडी में अपना जुर्म कबूल कर लिया। गुरुवार रात ही पुलिस टीम आरोपियों को लेकर क्राइम सीन पर ले गई। यहां पर क्राइम सीन रिक्रिएट करने की कोशिश की गई। इस दौरान आरोपियों ने पुलिस पर हमला किया और वह भागने लगे। इसके बाद हुए एनकाउंटर में चारों आरोपी ढेर हो गए।