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राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा- मुख्यमंत्री के साथ हर मुद्दे पर बातचीत को तैयार, संविधान में बातचीत ही एकमात्र रास्ता

राज्य सरकार और राजभवन के बीच जारी टकराव के बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि वे विवाद को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ हर मुद्दे पर बातचीत को तैयार हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 09:54 AM (IST)Updated: Sat, 07 Dec 2019 09:54 AM (IST)
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा- मुख्यमंत्री के साथ हर मुद्दे पर बातचीत को तैयार, संविधान में बातचीत ही एकमात्र रास्ता
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा- मुख्यमंत्री के साथ हर मुद्दे पर बातचीत को तैयार, संविधान में बातचीत ही एकमात्र रास्ता

कोलकाता, जागरण संवाददाता। राज्य सरकार और राजभवन के बीच जारी टकराव के बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि वे विवाद को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ हर मुद्दे पर बातचीत को तैयार हैं। शुक्रवार को डॉ. बीआर अंबेडकर की पुण्यतिथि पर विधानसभा परिसर में स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में राज्यपाल ने कहा-'मेरा मानना है कि संविधान में बातचीत ही एकमात्र रास्ता है। मैं मुख्यमंत्री के साथ राजभवन या राज्य सचिवालय नवान्न कहीं भी किसी भी मुद्दे पर बातचीत को तैयार हूं। ऐसा नहीं है कि मैं पहली बार ऐसा कह रहा हूं। गत मंगलवार को मेरी मुख्यमंत्री से बातचीत हुई थी लेकिन आज शुक्रवार तक राज्य सरकार की ओर से मुझसे संपर्क नहीं किया गया।'

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गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार को भी राज्यपाल विधानसभा पहुंचे थे लेकिन सदन की कार्यवाही स्थगित रहने के कारण वीवीआइपी गेट पर ताला लगा था। राज्यपाल बाद में तीन नंबर गेट से अंदर गए। इसे लेकर उन्होंने कहा था कि यह उनका नहीं बल्कि लोकतंत्र का अपमान है। इसके बाद शुक्रवार को राज्यपाल फिर विधानसभा पहुंचे। राज्यपाल के साथ उनकी पत्नी भी थीं।

राज्यपाल ने अपने लिए निर्धारित गेट से विधानसभा में प्रवेश किया, जहां मार्शल, अन्य अधिकारियों और विधायकों ने उनका स्वागत किया। विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी उनका स्वागत करने नहीं पहुंच सके क्योंकि वह कार्य मंत्रणा समिति की एक बैठक में थे। धनखड़ ने हालांकि विस अध्यक्ष की तारीफ करते हुए कहा कि गुरुवार को जब उन्होंने अध्यक्ष को अपने यहां आने की जानकारी दी थी तो उन्होंने काफी जल्दी उसका जवाब दिया था। अध्यक्ष ने उनसे कहा था कि वे समिति की एक बैठक में व्यस्त होंगे इसलिए उनकी अगवानी नहीं कर पाएंगे लेकिन उनका ध्यान रखा जाएगा। 


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