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West Bengal : सदन के स्थगित होने के आरोपों पर राज्यपाल का जवाब- मैं न ही रबड़ स्टाम्प, न ही पोस्ट ऑफिस

बंगाल विधानसभा 5 दिसंबर तक स्थगित हो गई है और शीतकालीन सत्र 6 दिसंबर को सुबह 11 बजे फिर से शुरू होगा। तृणमूल ने विधानसभा को अचानक स्थगित करने के लिए राज्यपाल को दोषी ठहराया है।

By Tilak RajEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 05:00 PM (IST)Updated: Wed, 04 Dec 2019 05:37 PM (IST)
West Bengal : सदन के स्थगित होने के आरोपों पर राज्यपाल का जवाब- मैं न ही रबड़ स्टाम्प, न ही पोस्ट ऑफिस
West Bengal : सदन के स्थगित होने के आरोपों पर राज्यपाल का जवाब- मैं न ही रबड़ स्टाम्प, न ही पोस्ट ऑफिस

कोलकाता, पीटीआइ। पश्चिम बंगाल में मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी और राज्‍यपाल जगदीप धनखड़ के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। पश्चिम बंगाल विधानसभा 5 दिसंबर तक स्थगित हो गई है और शीतकालीन सत्र 6 दिसंबर को सुबह 11 बजे फिर से शुरू होगा। तृणमूल ने विधानसभा को अचानक स्थगित करने के लिए राज्यपाल को दोषी ठहराया है। इस पर राज्‍यपाल ने कहा कि न तो वह ‘रबड़ स्टाम्प हैं और न ही पोस्ट ऑफिस हैं।

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विधानसभा की कार्रवाई अचानक स्थगित

तृणमूल कांग्रेस द्वारा विधानसभा की कार्रवाई अचानक स्थगित होने का आरोप राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर लगाए जाने के बाद उन्होंने कहा कि देखिए, न तो वह ‘रबड़ स्टाम्प' हैं और न ही पोस्ट ऑफिस' हैं। विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने मंगलवार को सदन को दो दिनों के लिए स्थगित कर दिया। सदन को इसलिए स्थगित किया गया, क्योंकि विधानसभा में जो विधेयक पेश होने थे, उसे अब तक राज्यपाल से मंजूरी नहीं मिली थी। राज्‍यपाल की ये मंजूरी मिलना अनिवार्य था।

राजभवन ने खारिज किए आरोप

हालांकि, इस दावे को राजभवन ने खारिज करते हुए कहा कि यह कुछ ऐसा है जिसे स्वीकार्य नहीं किया जा सकता है। धनखड़ ने एक ट्वीट में कहा कि राज्यपाल के तौर पर मैं संविधान का पालन करता हूं और आंख बंदकर के फैसले नहीं ले सकता। मैं ‘न तो रबड़ स्टाम्प हूं और न ही पोस्टऑफिस। उन्होंने कहा, ‘मैं संविधान के विधेयकों की जांच करने और बिना देरी के काम करने के लिए बाध्य हूं। इस मामले में सरकार की तरफ से देर से हुई है। वहीं, विधानसभा के अध्यक्ष ने विधानसभा में कहा कि जो विधेयक पेश होने वाले थे, उन्हें अब तक राज्यपाल से मंजूरी नहीं मिली है।

राज्यपाल जगदीप धनखड़ बोले- राजनीतिक हत्याएं प्रजातंत्र के लिए शर्म की बात

इससे पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि बड़ी पीड़ा होती है जब कहीं पढ़ता हूं कि कत्ल हो गया है। राजनीतिक हत्याएं प्रजातंत्र के लिए शर्म की बात है। प्रजातंत्र का मतलब हिंसा नहीं होता, शांति होती है, सह-अस्तित्व होता है। राजनीतिक पार्टियां कभी भी एक-दूसरे की दुश्मन नहीं हो सकतीं। हां, यह आपस में प्रतियोगी हो सकती हैं, विरोधी हो सकती हैं। राज्यपाल जगदीप धनखड़ मंगलवार की सुबह शिवपुर स्थित एजेसी बोस इंडियन बॉटैनिकल गार्डेन में प्रातः कालीन भ्रमण को पहुंचे थे। आगे उन्होंने कहा कि मैं राज्य के लोगों से अपील करना चाहूंगा कि बंगाल में शांति बनाए रखने के लिए आगे आएं, मार्च निकालें। मैं राज्य के लोगों से कहना चाहता हूं कि हिंसा से खुद को दूर रखें।


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