Move to Jagran APP

रेलवे ने कोहरे के मौसम में निर्धारित की ट्रेनों की गति

-यात्री सुरक्षा के मद्देनजर अधिकतम 60 किमी प्रति घंटा ट्रेन की गति रखने के निर्देश -दपूरे प्रश

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Nov 2019 01:25 PM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 06:26 AM (IST)
रेलवे ने कोहरे के मौसम में निर्धारित की ट्रेनों की गति
रेलवे ने कोहरे के मौसम में निर्धारित की ट्रेनों की गति

-यात्री सुरक्षा के मद्देनजर अधिकतम 60 किमी प्रति घंटा ट्रेन की गति रखने के निर्देश

loksabha election banner

-दपूरे प्रशासन ने ट्रेन संचालन में संरक्षा नियमों का पालन करने की दी हिदायत जागरण संवाददाता, कोलकाता : कोहरे के मौसम में सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए दक्षिण पूर्व रेलवे ने अहम कदम उठाए हैं। यात्री सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए घने कोहरे में ट्रेन की गति 60 किमी प्रति घंटा से अधिक नहीं रखने के निर्देश दिए गए हैं। ट्रेन संचालन में संरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन कराने की भी हिदायत दी गई है। ट्रेन चालकों की काउंसलिंग भी शुरू कर दी गई है।

दपूरे सूत्रों के अनुसार कोहरे के सीजन को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने ट्रेन संचालन को लेकर दिशा निर्देश जारी किए हैं। कोहरे के मौसम में ट्रेन चलाने वाले गार्डो और चालकों विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। बोर्ड के आदेशानुसार घने कोहरे में ट्रेनों की गति 60 किमी प्रति घंटा से अधिक नहीं रखी जाएगी। सिग्नल दिखाई देने की अवस्था में ट्रेन की गति 75 किमी प्रति घंटा बढ़ाई जा सकती है। कोहरे से निपटने के लिए चालकों को विशेष उपकरण भी मुहैया कराए गए हैं। साथ ही ट्रेन चालकों और निकटवर्ती गेटमैन को हिदायत दी गई है कि सड़क उपयोगकर्ताओं को चेतावनी देने के लिए बार-बार सीटी बजाएं। रेलवे अफसरों और सुरक्षा सलाहकारों को काउंसलिंग के जरिए चालकों को जागरूक करने को भी कहा गया है। निर्धारित गति से ज्यादा ट्रेन की गति नहीं हो इस पर नजर रखने के लिए गार्ड को निर्देश दिए गए हैं। घने कोहरे में ट्रेन की अंतिम बोगी को देखने के लिए चमकने वाली रेड टेल लैंप लगाने के निर्देश दिए गए हैं। ट्रैक पर किसी भी घटना की चेतावनी गार्ड या चालक को देने के लिए विंटर पैट्रोलमैन को उचित प्रशिक्षण और फॉग सिग्नल देकर रेलवे ट्रैक के कोल्ड वेदर पैट्रोलिंग की शुरुआत की गई है। ठंड के मौसम में ट्रैक चटकने वाली घटनाओं पर दिन रात निगरानी के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित ट्रैकमैन और कीमैन को तैनात किया गया है। सभी सिग्नल साइटिंग बोर्ड, सीटी बोर्ड, फॉग सिग्नल पोस्ट और दुर्घटना की आशका वाले व्यस्त क्रासिंग गेट को भी चिंहित किया गया है। फॉग सिग्नल मैन को डेटोनेटर के साथ निर्धारित नियमों उपयुक्त स्थानों पर तैनाती के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए मुख्यालय के अफसरो द्वारा आधी रात से सुबह सात बजे तक सभी संवेदनशील स्थानों पर औचक निरीक्षण किया जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.