Move to Jagran APP

सर्जरी के बाद ब्लड कैंसर पीड़ित युवक की बची जान

जागरण संवाददाता कोलकाता ब्लड कैंसर पीड़ित मरीज की लगातार बिगड़ती स्थिति और ऊपर से गिरते प्ल

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Sep 2019 06:05 PM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 06:43 AM (IST)
सर्जरी के बाद ब्लड कैंसर पीड़ित युवक की बची जान
सर्जरी के बाद ब्लड कैंसर पीड़ित युवक की बची जान

जागरण संवाददाता, कोलकाता : ब्लड कैंसर पीड़ित मरीज की लगातार बिगड़ती स्थिति और ऊपर से गिरते प्लेटलेट के बीच इलाज खासा मुश्किल था, क्योंकि प्लेटलेट काउंट घटकर पांच हजार रह गई थी। नतीजतन, किसी भी वक्त मरीज की मौत हो सकती थी। इस विषम परिस्थिति में कोलकाता मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के चिकित्सकों ने सर्जरी कर मरीज की जान बचाई। चिकित्सकों ने बताया कि मरीज की स्थिति इतनी खराब थी कि उसे एनेस्थीसिया देना मुश्किल था, क्योंकि वह पहले से ही बेहोश था।

loksabha election banner

हालांकि किन्हीं कारणों से मरीज का विस्तारित परिचय न देते हुए चिकित्सकों ने बताया कि मुर्शिदाबाद निवासी 18 वर्षीय युवक को बेहोशी की हालत में कोलकाता मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के आपातकालीन विभाग में लगाया गया था। पहले मरीज के परिजनों ने उसे इलाज को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां सुधार न होने की स्थिति में आखिरकार उसे कोलकाता रेफर कर दिया गया। इधर, ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रमुख (सेवानिवृत्त) शिवाशीष भट्टाचार्य ने कहा कि जब युवक को यहा लाया गया तो वह बेहोश था। इसलिए पहले उसे मेडिसीन विभाग में भर्ती किया गया और फिर उसका सीटी स्कैन व रक्त परीक्षण किया गया।

इधर, रक्त परीक्षण रिपोर्ट में साफ हुआ कि वह तीव्र ल्यूकेमिया से ग्रसित था और उसकी प्लेटलेट की मात्रा पांच हजार तक गिर गई थी। ल्यूकेमिया के लिए कीमोथेरेपी की आवश्यकता थी, लेकिन कीमोथेरेपी किसी बेहोश मरीज को नहीं दी जा सकती है। वहीं न्यूरो सर्जनों ने बताया कि लगातार गिरते प्लेटलेट के कारण किसी भी वक्त मरीज की मौत हो सकती थी, इसलिए सभी सावधानियों को बरतते हुए एनेस्थेटिस्ट की उपस्थिति में उसके मस्तिष्क की सर्जरी की गई। हालांकि सीटी स्कैन में मरीज के मस्तिष्क में सबड्यूरल हेमेटोमा होने की बात सामने आई थी। हालांकि सही समय पर सर्जरी के बाद मरीज की जान बच गई और पांच दिनों तक क्रिटिकल यूनिट में रखने के बाद उसे जनरल वार्ड में स्थानांतरित करने के कुछ दिन बाद ही उसे अस्पताल से छुंट्टी दे दी गई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.