राम के बाद अब मां दुर्गा को भाजपा ने बनाया सियासी हथियार
- पार्टी विधायक व सांसद संग मुकुल रॉय ने की बैठक - दुर्गात्सव के दौरान जनसंपर्क पर जोर देने क
- पार्टी विधायक व सांसद संग मुकुल रॉय ने की बैठक
- दुर्गात्सव के दौरान जनसंपर्क पर जोर देने की सलाह
जागरण संवाददाता, कोलकाता : राम नाम के कम होते क्रेज को देखते हुए भाजपा ने मां दुर्गा को अपना सियासी हथियार बनाने का निर्णय लिया है। रविवार को पार्टी के विधायकों व सांसदों संग बैठक में भाजपा नेता मुकुल रॉय ने उन्हें दुर्गा पूजा के दौरान अधिक से अधिक लोगों से संपर्क स्थापित करने की सलाह दी। बीते लोकसभा चुनाव में जय श्रीराम के नारे व हिंदू भावना को जागृत करने में सफल रही पार्टी ने अब अपने विधायकों और सांसदों से दुर्गात्सव के दौरान जनसंपर्क पर जोर देने की सलाह दी है। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुकुल रॉय ने साफ कहा है कि महानगर कोलकाता व इससे लगे जिलों में करीब 40 से 42 हजार पूजा समितियां हैं और इन सभी समितियों से संपर्क स्थापित करने के साथ ही उनके कार्यक्रमों में हिस्सा लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर पूजा समितियों पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का प्रभाव होने के बावजूद कुछ ऐसी भी पूजा समितियां है, जो ममता सरकार के गिरफ्त से बाहर है और उन समितियां से जुड़ने की जरूरत है। हालांकि बैठक में प्रदेश भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद थे, लेकिन कमान मुकुल रॉय ने संभाल रखी थी। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य में सदस्यता अभियान के तहत एक करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इधर, कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी सांसद व विधायक अभी से ही अपने-अपने क्षेत्र में लग जाए। आगे उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पार्टी के सदस्यों की संख्या किसी भी कीमत पर 10 करोड़ के पार पहुंचानी है। क्योंकि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 300 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की है। उन्होंने दावा किया कि अगर लोकसभा चुनाव में यहां बूथ दखल नहीं होती है आराम से पार्टी 25 सीटों पर जीत दर्ज करती।