नोदाखाली में भाजपा-तृणमूल में संघर्ष, चली बम-गोलियां
-बमबाजी में उड़ी थाने प्रभारी के पैर की उंगली एक अन्य पुलिस कर्मी भी घायल - भाजपा नेता के अपहर
-बमबाजी में उड़ी थाने प्रभारी के पैर की उंगली, एक अन्य पुलिस कर्मी भी घायल
- भाजपा नेता के अपहरण की खबर के बाद बिगड़े हालात
- दोनों पार्टियों के नेताओं ने एक दूसरे पर लगाया हमले का आरोप, मामला दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस
जागरण संवाददाता, कोलकाता : दक्षिण 24 परगना जिले के नोदाखाली थानांतर्गत दक्षिण रायपुर में शुक्रवार की रात इलाके पर दबदबे को लेकर भाजपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष होने की घटना प्रकाश में आई है। दोनों ओर से जमकर गोलीबारी और बमबारी हुई, जिसमें नोदाखाली थाना प्रभारी कृष्णेंदु घोष के पैर की उंगली उड़ गई। उनके साथ ही एक अन्य पुलिस कर्मी भी घायल हो गया। वहीं, दोनों पार्टियों के कुछ कार्यकर्ता भी घायल हुए हैं। घटना को लेकर शनिवार को भी इलाके में तनाव देखने को मिला। इलाके में पुलिस बलों की तैनाती की गई है।
जानकारी के मुताबिक दक्षिण रायपुर में शुक्रवार की रात भाजपा और तृणमूल समर्थकों के बीच मारपीट हो गई। इस बीच जिला परिषद के 68 नंबर सीट के भाजपा महासचिव श्यामल मंडल का कथित रूप से तृणमूल समर्थकों द्वारा अपहरण कर लिए जाने की खबर से स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। रातभर अलग-अलग ठिकानों पर दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट और बमबाजी हुई। दक्षिण 24 परगना जिला भाजपा के अध्यक्ष अभिजीत दास ने आरोप लगाया कि छह-सात मोटरसाइकिल से पहुंचे तृणमूल समर्थकों ने बंदूक की नोक पर श्यामल मंडल का अपहरण कर लिया। थाने में फोन कर अपहरण की सूचना देने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि बाद में श्यामल की पिटाई करने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। पर उन्हें काफी चोट आई है। इससे नाराज गांव वालों ने तृणमूल के अंचल अध्यक्ष राज कुमार प्रमाणिक के घर का घेराव कर दिया। खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई। लोगों को अपहरण संबंधी शिकायत थाने में दर्ज कराने को कहा गया। जब गांव की महिलाएं थाना जाने के लिए एकजुट हो रही थी, तभी रात 11.30 बजे कुछ मोटरसाइकिल पर सवार तृणमूल समर्थक पहुंचे और पुलिस के सामने ही महिलाओं से मारपीट की। हवा में पांच-छह चक्र गोलियां चलाई और बमबाजी कर डराने की कोशिश की। तृणमूल समर्थकों द्वारा फेंके गए बम की जद में आने से दो पुलिस कर्मी घायल हो गए। भाजपा का आरोप है कि श्यामल द्वारा थाने में तृणमूल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद से ही उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही है। डर के मारे वह अपने ही घर में बंद रहने को मजबूर हैं। हालांकि स्थानीय तृणमूल नेता सुब्रत बंद्योपाध्याय ने भाजपा के आरोपों को खारिज कर दिया। उल्टे भाजपा पर ही गोलीबारी और बमबारी कर इलाके में तनाव फैलाने का आरोप लगाया है।