मौसम की अग्रिम जानकारी के लिए 180 वेधशाला स्थापित करेगी सरकार
-राज्य के कृषि फामरें में स्थापित होगी वेधशाला किसानों को किया जाएगा दिशानिर्देशित -फसलों
-राज्य के कृषि फामरें में स्थापित होगी वेधशाला, किसानों को किया जाएगा दिशानिर्देशित
-फसलों को होने वाले नुकसान से किसानों को राहत दिलाना सरकार की प्राथमिकता
जागरण संवाददाता, कोलकाता : अतिवृष्टि, अनावृष्टि दोनों ही परिस्थितियों में नुकसान किसानों का ही होता है। यही वजह है कि राज्य सरकार ने कृषि फामरें में मौसम संबंधी वेधशालाएं स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसके जरिए धूप खिलने, तूफान, बारिश जैसे मौसमी बदलाव की अग्रिम जानकारी मिल सकेगी। राज्य सचिवालय नवान्न की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार 180 वेधशाला स्थापित की जाएगी। बताया गया है कि ममता बनर्जी कैबिनेट की हाल में हुई बैठक में इस बाबत प्रस्ताव पारित किया गया है और अब कृषि विभाग इस दिशा में सक्रियता से काम कर रहा है।
वहीं, कृषि विभाग के सूत्रों ने बताया कि वेधशाला स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य मौसम के बारे में सही जानकारी हासिल करना तथा उसके अनुरूप किसानों को उचित दिशा निर्देश जारी करना है। मौसम प्रणाली फसलों के उत्पादन को निर्धारित करने वाले सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। बारिश की कमी और अत्यधिक बारिश, ओलावृष्टि से फसलों को होने वाले नुकसान से किसानों को राहत दिलाना सरकार की प्राथमिकता है। कृषि विभाग के एक अधिकारी के अनुसार यदि विभाग किसानों को मौसम संबंधी पूर्व सूचना प्रदान करता है तो इससे किसानों को बहुत मदद मिलेगी।
सूत्रों ने बताया कि मौसम विज्ञान वेधशाला में रेन गेज स्टेशन है जो बारिश के अलावा, तापमान, हवा की गति, आपेक्षिक आर्द्रता और हवा की दिशा रिकॉर्ड करता है। वेधशालाओं से संचित मौसम संबंधी विस्तृत जानकारी न केवल कृषि विभाग के अनुसंधान और विस्तार विंग को मदद करेगा बल्कि अन्य विभागों, स्थानीय प्रशासन, अनुसंधान संगठनों और विश्वविद्यालयों की आवश्यकताओं को भी पूरा करेगा। वेधशालाओं की ओर से जारी की गई सूचना का उपयोग फसल बीमा के लिए भी किया जा सकेगा।