आइआइइएसटी के स्थापना दिवस पर झलकेगा संस्थान का स्वर्णिम इतिहास
भारतीय अभियांत्रिकी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइइएसटी) शिवपुर के 163वें स्थापना दिवस का रविवार को पालन किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, हावड़ा : भारतीय अभियांत्रिकी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइइएसटी), शिवपुर के 163वें स्थापना दिवस का रविवार को पालन किया जाएगा। देश के दूसरे सबसे पुराने इंजीनियरिग कालेज, आइआइइसएटी के स्थापना दिवस समारोह में 20 मिनट का एक वृत्तचित्र प्रदर्शित की जाएगी, जिसमें संस्थान की स्थापना से लेकर अबतक के इतिहास के अहम तथ्य, यहां के पूर्व छात्रों (जो वर्तमान में प्रतिष्ठित पदों पर हैं) समेत अन्य तमाम जानकारियां दी जाएंगी। इस दिन संस्थान की ओल्ड बिल्िडग में अर्काइव का उद्घाटन संस्थान के निदेशक पार्थसारथी चक्रवर्ती करेंगे। अब तक आइआइइसएटी का 'हॉल ऑफ फेम' नहीं था। आइआइइसएटी के असिसटेंट रजिस्ट्रार विभोर दास के नेतृत्व में अर्काइव को मूर्त रूप दिया गया है।
आइआइइसएटी के रजिस्ट्रार विमान बंद्योपाध्याय ने बताया कि संस्थान की नई वेबसाइट का उद्घाटन भी किया जाएगा। आइआइइसएटी के सेवानिवृत्त अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा। आइआइइसएटी के निदेशक प्रोफेसर पार्थ सारर्थी चक्रवर्ती ने बताया कि स्थापना दिवस को प्रोफेसर अमिताभ घोष, आइआइटी, खड़गपुर के पूर्व निदेशक समेत अन्य गणमान्य संबोधित करेंगे और अपने विचार रखेंगे। उन्होंने कहा कि आयोजन को लेकर छात्रों में उत्साह का माहौल है। इस प्रकार के आयोजन से छात्रों को संस्थान के इतिहास व अहम जानकारियों को जानने व समझने का एक अच्छा अवसर मिलता है। वहीं आइआइइसएटी के चतुर्थ वर्ष के छात्र सोनू कुमार शर्मा ने कहा कि रविवार को आयोजित होने वाला कार्यक्रम हमारे लिए बेहद अहम है। सभी छात्र इस मौके पर उपस्थित रहेंगे। यह हमारे लिए अपने संस्थान को समझने व जानने का बेहतर अवसर है। उल्लेखनीय है कि यह लगातार दूसरा वर्ष है जब आधिकारिक रूप से आइआइइसएटी का स्थापना दिवस मनाया जा रहा है।