12,000 लोगों को मिलेंगे100 करोड़
पश्चिम बंगाल सरकार संचालित महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक गतिधारा इस वित्तीय वर्ष में एक ऐतिहासिक पड़ाव पर पहुंचने वाली है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। पश्चिम बंगाल सरकार संचालित महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक गतिधारा इस वित्तीय वर्ष में एक ऐतिहासिक पड़ाव पर पहुंचने वाली है। वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष में इस योजना के लिए करीब 12,000 लोगों द्वारा सरकारी अनुदान हेतु आवेदन करने की उम्मीद की है जिन्हें 100 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की जाएगी।
बता दें कि यह योजना वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए लोगों को वाहन खरीदने में मदद करने के लिए है। योजना के तहत कारें, मेटाडोर इत्यादि खरीदे जा सकते हैं। इसकी शरुआत वित्त वर्ष 2014-15 में की गई थी। पिछले कुछ वषों में योजना का लाभ उठाने वाले लोगों की संख्या और इसके परिणामस्वरूप, वितरित अनुदान की मात्र में निरंतर वृद्धि देखी गई है।
2015-16 में कुल 5,208 लोगों ने 51 करोड़ का सरकारी अनुदान लिया। 2016-17 में यह संख्या 8,500 तक पहुंच गई और 75 करोड़ रुपये दिए गए। इसी तरह 2017-18 में 10,353 को 93 करोड़ की राशि दी गई और अब इसके 12,000 पहुंचने की उम्मीद है जिन्हें 100 करोड़ रुपये तक की अनुदान राशि आवंटित किए जाने की उम्मीद है। योजना को परिवहन विभाग द्वारा चलाया जाता है। वाहन खरीदने के लिए, सरकार द्वारा एक बार अनुदान के रूप में 1 लाख रुपये दिए जाते हैं और खरीदार को 1 लाख रुपये देना पड़ता है। शेष राशि किश्तों में उपलब्ध है।
देश के नए सीजेआइ को ममता ने दी बधाई
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारत के 46वें प्रधान न्यायाधीश (सीजेआइ) के तौर पर शपथ लेने पर न्यायमूर्ति रंजन गोगोई को बुधवार को बधाई दी। सुश्री बनर्जी ने ट्वीट किया, भारत के 46वें प्रधान न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति रंजन गोगोई को पदभार संभालने पर मेरी ओर से हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। हम सभी को आप पर गर्व है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 63 वर्षीय न्यायमूर्ति गोगोई को राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में एक समारोह में शपथ दिलाई। भारत के प्रधान न्यायाधीश के रूप में उनका कार्यकाल 13 माह से थोड़ा अधिक होगा और वे 17 नवंबर 2019 को सेवानिवृत्त होंगे। उन्होंने न्यायमूर्ति दीपक मिश्र का स्थान लिया है, जो मंगलवार को सेवानिवृत्त हुए थे।
पुण्यतिथी पर सीएम ने किया कादम्बिनी गांगुली को याद
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्नातक उपाधि प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला कादम्बिनी गांगुली को उनकी पुण्यतिथी पर याद किया। सुश्री बनर्जी ने ट्वीट किया, पुण्यतिथि पर कादम्बिनी गांगुली को श्रद्धांजलि। वे भारत और पूरे ब्रिटिश साम्राज्य की पहली महिला स्नातकों में से एक थीं, जो पूरे दक्षिण एशिया में वेस्टर्न मेडिसिन में प्रशिक्षित पहली महिला चिकित्सकों में से एक बन गईं।
उल्लेखनीय है कि कादम्बिनी गांगुली का जन्म 18 जुलाई, 1861, भागलपुर, बिहार में हुआ था उनकी मृत्यु 3 अक्टूबर, 1923, कलकत्ता में हुई तब देश ब्रिटिश हुकूमत के अधीन था। वे भारत की पहली महिला स्नातक और पहली महिला फिजीशियन थीं। यही नहीं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में सबसे पहले भाषण देने वाली महिला का गौरव भी कादम्बिनी गांगुली को ही प्राप्त है।