सियालदह एडीएस के हत्थे चढ़ा वांछित नशाखुरान
-इसी वर्ष जुलाई में एक यात्री को बना लिया था अपना शिकार -नशाखुरान की कई वारदातों में
-इसी वर्ष जुलाई में एक यात्री को बना लिया था अपना शिकार
-नशाखुरान की कई वारदातों में एडीएस को थी तलाश जागरण संवाददाता, कोलकाता : ट्रेनों एवं रेल परिसर में नशीला पदार्थ खिलाकर यात्रियों को लूटने की कई वारदातों में वांछित चल रहे नशाखुरान को आखिरकार आरपीएफ की एंटी ड्रगिंग स्क्वाड ने दबोच लिया। बता दें कि इसी वर्ष 12 जुलाई में नशाखुरान ने ट्रेन में एक 17 वर्षीय यात्री को नशीला पदार्थ खिलाकर नगदी व सामान लूट लिया था। ट्रेन के सियालदह पहुंचने पर यात्री को गंभीर अवस्था में आरपीएफ ने एनआरएस अस्पताल में भर्ती करवाया था। इसके बाद लगातार रेल परिसर में 3-4 वारदातों को अंजाम देकर नशाखुरान ने आरपीएफ को चुनौती दे दी थी। इसी बीच लूटपाट का शिकार होने से पहले एक यात्री ने इत्तेफाक से नशाखुरान द्वारा दोस्ती गांठते वक्त उसकी सेल्फी दोस्ती हुए एक यात्री ने दोस्ती लेकर अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट कर दिया था। उधर, वांछित चल रहे नशाखुरान की तलाश में जुटी आरपीएफ की एडीएस की नजर सोशल मीडिया पर पड़ी तो उसके कान खड़े हो गए। मंगलवार को सियालदह एडीएस ने साउथ पोर्ट थाने के एसआइ प्रेमजीत विश्वास की मदद से पलाश राय नामक नशाखुरान को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि नशाखुरानी के धंधे में वह गत 20 वर्षो से लिप्त है। रेलवे स्टेशन के अलावा वह बस स्टैंड, बाजार आदि इलाकों में भी लोगों से दोस्ती कर उन्हें अपना शिकार बनाता था। नशाखुरानी के मामले में वह वर्ष 2014 में भवानीपुर थाना पुलिस द्वारा भी गिरफ्तार हो चुका था। उसके खिलाफ 328/379/120(बी) आइपीसी में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस दफा साउथ पोर्ट थाना पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बता दें कि वर्ष 2017 से अब तक एडीएस की टीम 8 नशाखुरान को गिरफ्तार कर चुकी है। उनके खिलाफ 5 मामले दर्ज किए गए थे।