सरकारी सहायता से आत्मनिर्भर बनें आदिवासी युवक
आदिवासी युवक-युवतियों के लिए आत्मनिर्भर बनना आसान है। इस संबंध में पया
संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : आदिवासी युवक-युवतियों के लिए आत्मनिर्भर बनना आसान है। इस संबंध में पर्याप्त जानकारी हासिल कर युवक-युवतियां अपना भविष्य संवार सकती है।मंगलवार को पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत चंद्रकोणा रोड स्थित विद्यासागर हॉल में आयोजित आदिवासी विमर्श में ये बातें विद्वानों ने कही। शिल्पांचल, जिला परिषद तथा समाजसेवी संस्था सचेतनता के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के तौर पर विधायक श्रीकांत महतो, शैबाल गिरि, देवव्रत राय आदि उपस्थित रहे, वहीं सचेतनता के सुमन सिंह ने कहा कि अनुसूचित जाति व जनजाति समुदाय के युवकों के लिए रोजगार आज भी एक बड़ी चुनौती है। इसके लिए बड़ी समस्या पर्याप्त जानकारी का अभाव है। संगोष्ठी का मुख्य मकसद उन्हें इसी क्षेत्र की जानकारियों से अवगत कराना रहा। समय के साथ हर क्षेत्र में बदलाव हो रहा है। हर वर्ग के नए युवकों को इसके साथ तालमेल बिठा कर चलना होगा। इस मामले में पीछे रहने वाले ज्यादातर जिदगी की दौड़ में फिसड्डी साबित होते हैं। लिहाजा ऐसी संगोष्ठियां और विमर्श युवा वर्ग के लिए काफी लाभदायक साबित होंगी। भविष्य में ऐसे और आयोजन होंगे।