परेशानी का सबब बने सड़कों पर तोरणद्वार
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खड़गपुर में दुर्गोत्सव के दौरान सड़क
जागरण संवाददाता, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खड़गपुर में दुर्गोत्सव के दौरान सड़कों पर सैकड़ों की संख्या में तोरणद्वार बना तो दिया जाता है, लेकिन दुर्गोत्सव के समापन के बाद भी इसे शीघ्र हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जाता है। स़ड़कों पर बने तोरणद्वार के कारण आवाजाही में भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इस वर्ष भी दुर्गोत्सव के दौरान बोगदा, ट्रैफिक, डेवलपमेंट, झपाटापुर, इंदा, गोल बाजार, ओल्ड सेटलमेंट, खरीदा, मलिचा, नीमपुरा, मथुराकाटी आदि जगहों पर दर्जनों की संख्या में सड़कों पर तोरणद्वार बनाया गया था। कई जगहों पर बने तोरणद्वारों को हटा दिया गया, लेकिन अभी भी बोगदा, इंदा, ट्रैफिक आदि जगहों पर काफी तादाद में बने तोरणद्वार वैसे ही कायम है। दुर्गोत्सव का आयोजन करने वाली संस्थाओं की ओर से पूजा पंडाल परिसर व आस-पास के इलाके में तोरणद्वार बनाने के एवज में संबंधित प्रतिष्ठानों से आर्थिक अनुदान लिया जाता है। जिसके बाद बनाए गए तोरणद्वारों पर संबंधित प्रतिष्ठानों का प्रचार किया जाता है, तोरणद्वार के रूप में यह प्रचार सामग्री काफी दिनों तक कायम रहता है। बोगदा समेत कई व्यस्त सड़कों पर भी तोरणद्वार काफी दिनों तक कायम रहने के कारण यातायात व्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ता है। कई व्यस्त सड़कों पर बने तोरणद्वार को शीघ्र ही नहीं हटाए जाने से लोगों में नाराजगी भी व्याप्त है। इसके लिए लोग पुलिस प्रशासन की आलोचना भी कर रहे हैं। इधर खड़गपुर टाउन थाना प्रभारी राजा मुखर्जी ने कहा कि दुर्गोत्सव के दौरान सड़कों पर बनाए गए सभी तोरणद्वारों को हटाने के लिए कदम उठाया जा रहा है। शीघ्र ही समस्त तोरणद्वारों को हटा दिया जाएगा।