जानलेवा प्रदूषण के खिलाफ सड़क पर उतरे विद्यार्थी
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खड़गपुर के शिल्पांचल स्थित कारखानों
जागरण संवाददाता, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खड़गपुर के शिल्पांचल स्थित कारखानों से फैल रहे प्रदूषण के खिलाफ गुरुवार को विद्यार्थियों ने मोर्चा संभाल लिया। स्कूल परिसर से जुलूस निकाल कर विद्यार्थियों ने कारखाने के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया।
बता दें कि खड़गपुर के शिल्पांचल स्थित कल-कारखानों से इलाके में प्रदूषण की समस्या काफी पुरानी है। खास तौर से स्पंज आयरन कारखानों के चलते खड़गपुर शहर से सटे नगरपालिका के कम से कम 10 वार्ड बुरी तरह से प्रभावित हैं। आरोप है कि प्रदूषण की वजह से लोगों के कुओं का पानी दूषित हो रहा है, वहीं हवा में उड़ते विषाक्त कणों और काले धुओं की वजह से बड़ी संख्या में लोग श्वांसकष्ट जैसी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इस मामले में स्थानीय रेशमी मेटालिक्स को लेकर लोगों की शिकायतें सबसे ज्यादा है। इसके विरोध में अब तक कई बार राजनैतिक और अराजनैतिक स्तर पर आंदोलन हुए, लेकिन कोई भी निर्णायक स्थिति में नहीं पहुंच सका। प्रदूषण की समस्या कम होने के बजाय दिनोंदिन बढ़ती ही गई। लिहाजा पर्यावरण सुरक्षा का जिम्मा गुरुवार की सुबह करीब पांच सौ विद्र्याथियों ने पर्यावरण व प्रदूषण प्रतिरोध कमेटी के बैनर तले गोकुलपुर हाईस्कूल के समक्ष जमायत की और जुलूस की शक्ल में रेशमी मेटालिक्स के समक्ष गेट मी¨टग की। जिसका नेतृत्व कमेटी के सचिव जामे आलम, अध्यक्ष बरुण कारक, वरिष्ठ नेता सुरंजन महापात्र आदि ने किया। वक्ताओं ने कहा कि स्पंज आयरन समेत तमाम कारखानों को प्रदूषण रोकने के जो संयंत्र लगाने चाहिए वे कभी नहीं लगाए जाते। मुनाफा कमाने और पैसे बचाने के लिए यह किया जाता है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग व तमाम सरकारी महकमा इस ओर से आंखें मूंदे रहता हैं, जबकि प्रदूषण के चलते श्वास कष्ट समेत तमाम बीमारियां शहर में तेजी से फैलती जा रही है। नए सिरे से पेड़ भी नहीं लगाए जा रहे हैं। यह गंभीर ¨चता का विषय है। दूसरी ओर रेशमी मेटॉलिक्स के मानव संसाधन प्रमुख अभिजीत राय ने कहा कि बारिश के बाद सर्दियों में प्रदूषण का स्तर कुछ बढ़ जाता है। हम इसे लेकर काफी गंभीर हैं। हाल में हमने 30 लाख रुपये की लागत से एक वाहन भी खरीदा है। प्रदूषण कम करना हमारी भी प्राथमिकता है।