शक्ति रूपेण संस्थिता.. झपाटापुर का शिव-दुर्गा मंदिर
लोक आस्था की दृष्टि से पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खड़गपुर के झपाटापुर के गोपालनगर स्थित ि
लोक आस्था की दृष्टि से पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खड़गपुर के झपाटापुर के गोपालनगर स्थित शिव-दुर्गा मंदिर भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। सौ वर्ष से भी अधिक पुरातन मंदिर में प्रतिवर्ष परंपरानुसार धूमधाम से दुर्गोत्सव का आयोजन किया जाता है।
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इतिहास : इस मंदिर की स्थापना वार्ड-28 के ताऊजी राम नरेश पांडेय ने अपने मित्रों मूलचंद अग्रवाल, मदन मोहन मन्ना, सिद्धेश्वर मिश्रा, मुरली पितंबर, सुआलाल अग्रवाल, सोलंकी आदि के साथ मिलकर की थी। सौ वर्ष से भी अधिक पुरातन इस मंदिर में पहले शिविलंग की स्थापना की थी गई थी, जो वाराणसी से लाया गया था। कुछ समय पश्चात यहां दुर्गा पूजा का आयोजन भी किया जाने लगा। दावा है कि शिव-दुर्गा मंदिर में संभवत: शहर की प्रथम दुर्गापूजा आयोजित की गई थी।
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विशेषता : यहां विधि-विधान से परंपरानुसार दुर्गोत्सव का आयोजन किया जाता है। महाषष्ठी के दिन पूजा की शुरूआत होती है। महाअष्टमी को शहर के लगभग सभी पुराने सभ्रांत बंगाली मंदिर में आकर विशेष पूजा-अर्चना में शामिल होते हैं।
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पहुंचने का मार्ग : खड़गपुर रेलवे स्टेशन से मंदिर करीब 2.5 किमी की दूरी पर अवस्थित है। टोटो, ऑटो, टैक्सी आदि के माध्यम से रेलवे सेटलमेंट व राजीव चौक होते हुए दमकल विभाग को पार कर मंदिर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
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फोटो 07 :- मंदिर सौ वर्षों से अधिक पुरानी है। यहां सादगीपूर्ण वातावरण में पूजा का आयोजन किया जाता है। मां का आशीष प्राप्त करने को दूर-दूर से लोग आते हैं। रविशंकर पांडेय, सभासद व अध्यक्ष, शिव-दुर्गा मंदिर कमेटी
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फोटो 08 :- दुर्गापूजा के दौरान विशेष चहल-पहल रहती है। मां की सच्चे मन से पूजा करने पर मां का आशीष अवश्य प्राप्त होता है। रामजीलाल अग्रवाल, भक्त व सचिव, शिव-दुर्गा मंदिर कमेटी