असम नरसंहार के खिलाफ टीएमसी ने निकाला प्रतिवाद जुलूस
असम में एक साथ पांच बांग्लाभाषियों की नृशंस हत्या की घटना के
जागरण न्यूज नेटवर्क, खड़गपुर : असम में एक साथ पांच बांग्लाभाषियों की नृशंस हत्या की घटना के प्रतिवाद में शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस ने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। इस क्रम में पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर में भी तृणमूल कांग्रेस ने जुलूस निकाला और बांग्लाभाषियों के उत्पीड़न के लिए भाजपा को कड़े शब्दों में चेतावनी दी। इस घटना के लिए पूरी तरह से भाजपा को जिम्मेदार ठहराया गया।
गुरुवार को असम के तिनसुकिया में पांच बांग्लाभाषी युवकों की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। घटना के पीछे असम के प्रतिबंधित उल्फा गिरोह का हाथ बताया जा रहा है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस इसके लिए पूरी तरह से भाजपा को जिम्मेदार मान रही है। शुक्रवार की दोपहर जिला मुख्यालय मेदिनीपुर के विद्यासागर हॉल से तृणमूल कांग्रेस ने जुलूस निकाला, जिसमें जिलाध्यक्ष अजीत माईती, विधायक दीनेन राय, टीएमसी टाउन अध्यक्ष विश्वनाथ पांडव समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे। नेताओं ने कहा कि एनआरसी मुद्दे पर भाजपा ने पहले ही असम का माहौल खराब किया। इसकी आड़ में प्रत्यक्ष रूप से बांग्लाभाषियों को असम से भगाने की चाल चली गई। इसका सीधा लाभ असम में अराजकता उत्पन्न करने का प्रयास कर रहे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों को मिला। जो संगठन अरसे से निष्क्रिय थे वे फिर से सक्रिय हो गए। बांग्लाभाषियों के खिलाफ नफरत पैदा करने का एक और मौका उन्हें मिल गया। जिसके चलते पांच युवकों को बेवजह अपनी जान गंवानी पड़ी। इस घटना के लिए पूरी तरह से राज्य की भाजपा सरकार है। अपनी जिम्मेदारी से भाजपा बच नहीं सकती। उन्होंने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुले रूप में आह्वान कर चुकी हैं कि दुनिया में जहां कहीं भी बंगालियों का उत्पीड़न होगा वे कड़ा विरोध करेंगी। यही नहीं विस्थापित बांग्लाभाषियों को राज्य में शरण भी देंगी। उन्होंने कहा कि असम की घटना का पूरे राज्य में विरोध हो रहा है। हम यही नहीं रुकेंगे। ऐसी घटनाओं के खिलाफ प्रत्यक्ष रूप से भाजपा को जिम्मेदार करार देते हुए हमारा यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा। तृणमूल कांग्रेस हर तरह के उत्पीड़न और अन्याय का मुखर होकर विरोध करती रहेगी।